हमीरपुर/बड़सर: 74वें स्वतंत्रता दिवस पर पिछले 24 वर्षों से भारतीय सेना की स्पेशल फोर्स 9 पैरा कमांडो में सेवाएं दे रहे बिझड़ी के नायब सूबेदार अनिल कुमार की तीसरी बार सेना मेडल से नवाजा गया है.
27 जुलाई 1978 को एक्स सूबेदार मेजर जगत राम के घर जन्मे अनिल कुमार बचपन से ही जांबाज थे. अपने पिता से प्रेरणा लेते हुए उनकी ही यूनिट में भर्ती हुए. अनिल के देश प्रेम का जज्बा व समर्पण की भावना का ही परिणाम है कि उन्हें तीन बार सेना मेडल से नवाजा गया है.
भर्ती होने के महज 6 वर्ष बाद ही उन्होंने 2003 में जम्मू-कश्मीर के पुंछ राजौरी में दो आतंकवादियों को मार गिराया था. तब उन्हें सेना कमांडर की तरफ से सेना मेडल से नवाजा गया था. इसके बाद 2 मई 2016 को जम्मू के कुपवाड़ा में उन्होंने फिर से दो आतंकवादियों को मार गिराया. जिस पर उन्हें 26 जनवरी 2017 को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सेना मेडल से सम्मानित किया.
वहीं, अनिल की जांबाजी का सिलसिला यहीं नही थमा. इस साल अनिल ने पंजाब से असलहा लेकर श्रीनगर जा रहे 3 आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा. जानकारी के अनुसार टोल प्लाजा उधमपुर के पास नाके पर एक वाहन को रोका गया था. जब उसकी तलाशी ली गई तो उसमें से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे. इसी दौरान 3 आतंकवादी जंगल की तरफ भाग निकले.
इस पर वहां तैनात 9 पैरा कमांडो यूनिट को सूचना दी गई. इस पर अनिल कुमार ने टुकड़ी का नेतृत्व करते हुए 10 घंटे तक चले इस ऑपरेशन के दौरान 3 आतंकवादियों को मार गिराया.
इसी के चलते अनिल को तीसरी बार सेना मेडल जम्मू-कश्मीर में कमांडेंट ने 15 अगस्त को नवाजा. सेना मेडल मिलने की खबर पहुंचते ही अनिल के घर बधाइयां देने वालों का तांता लगा है. इस दौरान बड़सर विधायक इंद्र दत्त लखनपाल व अन्य गणमान्य लोगों ने अनिल को बधाई दी है.
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