हमीरपुर: देश के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी इन दिनों फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल आयु वर्ग से अधिक के लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा (frontline worker vaccination in hamirpur) रही है. जिला हमीरपुर में भी बूस्टर लगाने को लेकर अभियान जारी है, लेकिन बूस्टर डोज लगवाने के लिए जिले के लोग उत्साहित नजर नहीं आ रहे हैं.
बता दें कि हमीरपुर जिले में बूस्टर डोज लगाने का अभी तक मात्र 30 फीसदी लक्ष्य ही हासिल हो पाया (Vaccination of 60+ in Hamirpur) है. हमीरपुर में लोगों का वैक्सीनेशन की तहफ कम रुझान जिले में फैल रहे कोरोना को बताया जा रहा है. जिसकी वजह से बुजुर्ग घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं.
वहीं, स्वास्थ्य महकमे ने भी 15 से लेकर 18 साल आयु वर्ग के बच्चों की वैक्सीनेशन को अधिक तवज्जो दी है ताकि बच्चे संक्रमण की चपेट में आने से होने वाले शारीरिक नुकसान से बच सकें. हालांकि बुजुर्गों को लगने वाली बूस्टर डोज की गति में अब तेजी लाई (booster dose in Hamirpur) जाएगी.
हमीरपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरके अग्निहोत्री (Hamirpur CMO on Booster Dose) का कहना है कि फरवरी महीने में बुजुर्गों को बूस्टर डोज लगाने का अभियान तेज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 15 से लेकर 18 साल आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीनेशन करने पर अधिक फोकस किया गया था. हालांकि फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल आयु वर्ग से अधिक के लोगों को भी बूस्टर डोज लगाई गई है.
उन्होंने कहा की जिले में संक्रमण ज्यादा बढ़ जाने के कारण बुजुर्ग टीकाकरण को लेकर ज्यादा सजगता नहीं दिखा रहे हैं. उन्होंने कहा फरवरी महीने में बुजुर्गों को बूस्टर डोज लगाने का अभियान तेज किया जाएगा ताकि फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल आयु वर्ग से अधिक के बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सके.
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