इंदौरा/कांगड़ा: वैश्विक महामारी कोराना वायरस के प्रकोप के चलते जहां देश में दानी सज्जन दान पुण्य में जुटे हुए हैं. वहीं, ग्रामीण स्तर पर भी लोग अपनी-अपनी तरह से इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दे रहे हैं.
ऐसा ही एक उदाहरण इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ती ग्राम पंचायत ठाकुरद्वारा में चरितार्थ हुआ है, जहां गांव की युवा शक्ति ने ठाकुरद्वारा पंचायत में झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे कुल 21 प्रवासी परिवारों को इस महामारी के दौरान गोद लेने का निर्णय लिया है.
यह परिवार बाहरी राज्यों से आए परिवार वर्षों से ठाकुरद्वारा में रहकर मेहनत मजूदरी करके अपना जीवन निर्वाह कर रहे हैं. लॉकडाउन होने के चलते इन परिवारों को दो वक्त की रोटी भी मिलना मुस्किल हो गया था. युवा शक्ति के अध्य्क्ष विक्की ने बताया के हम सब युवाओं, ग्राम के समाजसेवीयों और ठाकुरद्वारा गांव की जनता ने जब तक लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है.
तब तक इन 21 जरूरतमंद प्रवासी परिवारों के खाने का व अन्य रोजमर्रा की आवश्यकताओं को पूरा करने का संकल्प लिया है. यह प्रवासी परिवार क्षेत्र में हर प्रकार के कार्यों में दिहाड़ी लगाकर अपनी आजीविका अर्जित करते है, लेकिन देश भर में लॉकडाउन के चलते रोजगार से वंचित हुए इस परिवारों को रोजी रोटी की चिंता सता रही है.
ठाकुरद्वारा की युवा शक्ति ने इन 21 परिवारों की चिंता की लकीरें भांपते हुए उन्हें दूर करने का प्रयास किया है. क्षेत्र के युवाओं से आग्रह किया है के वे अपनी अपनी पंचायत में बसे हुए गरीब लोगों की इस आपदा की घड़ी में राशन आदि देकर समाज सेवा का कार्य जरूर करें.
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