धर्मशाला: हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र सफलता के साथ सम्पन्न हो गया है. शीतकालीन सत्र 10 दिसम्बर, 2021 से आरम्भ हुआ और इस मानसून सत्र के दौरान कुल 5 बैठकें आयोजित की गईं. 14 दिसम्बर, 2021 का दिन गैर सरकारी कार्य दिवस के लिए निर्धारित (Winter session of Himachal Vidhan sabha ends) किया गया था.
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बताया कि सदन की कार्यवाही 27 घंटे, 30 मिनट (CM Jairam on Vidhan sabha) तक चली. 13 दिसम्बर को सोमवार के दिन सदन की कार्यवाही रात के 9.15 बजे तक चलती रही, जो अपने आप में एक किर्तिमान है और सदस्यों की सदन के प्रति निष्ठा तथा प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है. इस सत्र के दौरान (Parmar on vidhan sabha) कुल 281 तारांकित तथा 138 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए.
नियम-61 के अन्तर्गत 1 विषय, नियम-62 के अन्तर्गत 5 विषयों, व नियम-130 के अन्तर्गत 7 प्रस्तावों पर माननीय सदस्यों ने सार्थक चर्चा की. इस सत्र में प्रस्तुत संकल्प पर अगले सत्र में चर्चा की जाएगी. इसके अतिरिक्त 5 सरकारी विधेयक भी सभा में पुर:स्थापित किए गए तथा उन पर सार्थक चर्चा हुई. इनमें से 3 विधेयक (Bills passed in Himachal vidhan sabha) पर सदस्य से संशोधन भी प्राप्त हुए, उसके उपरान्त विधेयक को सदन द्वारा पारित किया गया.
वहीं, नियम-324 के अन्तर्गत विशेष उल्लेख के माध्यम से 13 विषय सभा में उठाये गए तथा सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में वस्तुस्थिति की सूचना सभा व सदस्यों को दी गई. सभा की समितियों ने भी 22 प्रतिवेदन सभा में उपस्थापित किए. इसके अतिरिक्त मंत्रियों द्वारा अपने-अपने विभागों से सम्बन्धित दस्तावेज भी सभा (Four years of Jairam Government) पटल पर रखे गए तथा महत्वपूर्ण वक्तव्य भी दिए गए.
इसी सत्र में उप चुनाव में निर्वाचित हुए सदस्यों का भी परिचय करवाया गया. इस सत्र के दौरान प्रथम दिन जहां सदस्यों द्वारा हेलीकॉप्टर क्रैश में शहिद हुए संयुक्त रक्षा सेवा के प्रमुख जनरल बिपिन रावत उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत समेत 13 अन्य सैन्य अधिकारी/ कर्मचारी भी शामिल थे उन्हें भी सदन में श्रद्धांजलि (CM Jairam on vivek kumar) दी गई.
इसके अतिरिक्त पिछले सत्र से इस सत्र के बीच पूर्व मंत्री जीएस बाली, पूर्व सदस्य डॉ. शिव कुमार तथा बोध राज का निधन हुआ था को समूचे सदन द्वारा श्रद्धांजलि दी गई तथा सदन द्वारा उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट की गई तथा शोक सतंप्त परिवार को इस असहनीय कष्ट को सहन करने की प्रार्थना की गई. वहीं, मुख्यमंत्री तथा मंत्री परिषद से मिलने आए लोगों को भी पास जारी किए गए. उनकी सुविधा के लिए विधान सभा सचिवालय की ओर से एक सम्पर्क अधिकारी को भी तैनात किया गया था, ताकि उन्हें मुख्यमंत्री तथा मंत्रियों से मिलने में कोई असुविधा न हो.
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