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केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा के लिए अनुराग ठाकुर ने दिल्ली से की वर्चुअल बैठक, अधिकारियों को दिए ये निर्देश - Dharamshala Smart City Project

केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही योजना की समीक्षा के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांगड़ा उपायुक्त कार्यालय में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता की. इश दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से हर वर्ग के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसे पात्र व्यक्ति तक पहुंचा अधिकारों की जिम्मेदारी है.

Union Minister Anurag Thakur held meeting in dharamshala
धर्मशाला में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की बैठक
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Published : Sep 22, 2022, 7:20 PM IST

धर्मशाला: कांगड़ा जिले में केंद्र सरकार की ओर से चल रही विभिन्न योजना की समीक्षा के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक ( Anurag Thakur held a virtual meeting from Delhi) की अध्यक्षता की. इस बैठक में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से सांसद किशन कपूर बैठक में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.

इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों से केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं की वास्तविक जानकारी ली और योजनाओं को समयबद्ध पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसका लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना अधिकारियों का मुख्य दायित्व है. उन्होंने कहा कि अनेक क्षेत्रों से ऐसी शिकायतें प्राप्त होती हैं कि योजनाओं की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध न होने के कारण उसका लाभ समय पर पात्र लोगों तक नहीं पहुंच पाता है.

अनुराग ठाकुर ने कहा कि सभी विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ योजनाओं एवं कार्यक्रमों के कारगर कार्यान्वयन के लिए उचित कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि कृषि, बागवानी, पर्यटन और उद्योग लगाने में स्वरोजगार की असीम संभावनाएं हैं. इस दिशा में अधिकारियों को सार्थक प्रोजेक्ट तैयार करके युवाओं को इन परियोजनाओं से जोड़ने के साथ स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए. इस दिशा में कृषि, बागवानी तथा उद्योग विभाग को संयुक्त प्रयास करने चाहिए. ताकि कृषि-बागवानी उत्पादन के साथ-साथ उसकी उचित खपत सुनिश्चित होने के साथ किसानों तथा बागबानों की भी आर्थिक स्थिति सुद्ढ़ हो सके.

220 टीबी रोगियों की पहचान गंभीर विषय: उन्होंने स्थानीय किसानों को ई-मान पोर्टल से जोड़ने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए, ताकि किसानों को अपने उत्पाद के बेहतर दाम मिल सके. अनुराग ठाकुर ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्तमान में टीबी रोगियों की पहचान के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान जिले में 220 टीबी रोगियों की पहचान होना एक गंभीर चिंतन का विषय है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस संदर्भ में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए.

बैठक के दौरान लोकसभा सांसद किशन कपूर ने धर्मशाला स्मार्ट सिटी परियोजना (Dharamshala Smart City Project) के अर्न्तगत चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि परियोजना की स्वीकृति के समय 2200 करोड़ रुपये व्यय करने का अनुमान था जोकि 1100-1100 करोड़ केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाना था. उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने इस मामले को फिर से केन्द्र सरकार के समक्ष उठा कर परियोजना के लिये धनराशि मुहैया करवाने का आग्रह किया था. केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश सरकार के आग्रह पर स्मार्ट सिटी परियोजना के कार्यान्वन के लिये 90ः10 के अनुपात में व्यय करने की स्वीकृति प्रदान की गई है.

धर्मशाला स्मार्ट सिटी परियोजना पर काम: उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से 550 करोड़ रुपये की परियोजनाएं वर्तमान में धर्मशाला स्मार्ट सिटी में चल रही हैं, जिसमें प्रदेश सरकार का हिस्सा केवल मात्र 50 करोड़ रुपये बनता है उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के प्रयासों से ही प्रदेश को पुनः विशेष राज्य का दर्जा बहाल हो पाया है किशन कपूर ने बताया कि मनरेगा के तहत इस वित्त वर्ष में 130 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा चुकी है.

उन्होंने बताया कि जिले में आजादी के अमृत महोत्सव पर मनरेगा के तहत 134 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं, जिनमें से अब तक 73 अमृत सरोवर बन कर तैयार हो चुके हैं. जिले की लगभग सभी पंचायतों को सड़क सुविधा से जोड़ा जा चुका है जिससे जहां लोगों का जीवन स्तर बेहतर हुआ है. वहीं, गांव भी खुशहाल हुए हैं उन्होंने एनएच के अधिकारियों से मटौर-मैक्लोडगंज सड़क के कार्य को समय पर पूरा करने के भी निर्देश दिए तथा निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. खुशाल शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त गन्धर्वा राठौढ़, स्मार्ट सिटी परियोजना के एमडी प्रदीप ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे.

ये भी पढ़ें: नरेश कुमार दर्जी का बड़ा बयान: धूमल साहब को अच्छा स्थान और सम्मान मिलेगा तभी सफल होगा मिशन रिपीट

धर्मशाला: कांगड़ा जिले में केंद्र सरकार की ओर से चल रही विभिन्न योजना की समीक्षा के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक ( Anurag Thakur held a virtual meeting from Delhi) की अध्यक्षता की. इस बैठक में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से सांसद किशन कपूर बैठक में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.

इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों से केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं की वास्तविक जानकारी ली और योजनाओं को समयबद्ध पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसका लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना अधिकारियों का मुख्य दायित्व है. उन्होंने कहा कि अनेक क्षेत्रों से ऐसी शिकायतें प्राप्त होती हैं कि योजनाओं की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध न होने के कारण उसका लाभ समय पर पात्र लोगों तक नहीं पहुंच पाता है.

अनुराग ठाकुर ने कहा कि सभी विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ योजनाओं एवं कार्यक्रमों के कारगर कार्यान्वयन के लिए उचित कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि कृषि, बागवानी, पर्यटन और उद्योग लगाने में स्वरोजगार की असीम संभावनाएं हैं. इस दिशा में अधिकारियों को सार्थक प्रोजेक्ट तैयार करके युवाओं को इन परियोजनाओं से जोड़ने के साथ स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए. इस दिशा में कृषि, बागवानी तथा उद्योग विभाग को संयुक्त प्रयास करने चाहिए. ताकि कृषि-बागवानी उत्पादन के साथ-साथ उसकी उचित खपत सुनिश्चित होने के साथ किसानों तथा बागबानों की भी आर्थिक स्थिति सुद्ढ़ हो सके.

220 टीबी रोगियों की पहचान गंभीर विषय: उन्होंने स्थानीय किसानों को ई-मान पोर्टल से जोड़ने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए, ताकि किसानों को अपने उत्पाद के बेहतर दाम मिल सके. अनुराग ठाकुर ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्तमान में टीबी रोगियों की पहचान के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान जिले में 220 टीबी रोगियों की पहचान होना एक गंभीर चिंतन का विषय है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस संदर्भ में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए.

बैठक के दौरान लोकसभा सांसद किशन कपूर ने धर्मशाला स्मार्ट सिटी परियोजना (Dharamshala Smart City Project) के अर्न्तगत चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि परियोजना की स्वीकृति के समय 2200 करोड़ रुपये व्यय करने का अनुमान था जोकि 1100-1100 करोड़ केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाना था. उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने इस मामले को फिर से केन्द्र सरकार के समक्ष उठा कर परियोजना के लिये धनराशि मुहैया करवाने का आग्रह किया था. केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश सरकार के आग्रह पर स्मार्ट सिटी परियोजना के कार्यान्वन के लिये 90ः10 के अनुपात में व्यय करने की स्वीकृति प्रदान की गई है.

धर्मशाला स्मार्ट सिटी परियोजना पर काम: उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से 550 करोड़ रुपये की परियोजनाएं वर्तमान में धर्मशाला स्मार्ट सिटी में चल रही हैं, जिसमें प्रदेश सरकार का हिस्सा केवल मात्र 50 करोड़ रुपये बनता है उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के प्रयासों से ही प्रदेश को पुनः विशेष राज्य का दर्जा बहाल हो पाया है किशन कपूर ने बताया कि मनरेगा के तहत इस वित्त वर्ष में 130 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा चुकी है.

उन्होंने बताया कि जिले में आजादी के अमृत महोत्सव पर मनरेगा के तहत 134 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं, जिनमें से अब तक 73 अमृत सरोवर बन कर तैयार हो चुके हैं. जिले की लगभग सभी पंचायतों को सड़क सुविधा से जोड़ा जा चुका है जिससे जहां लोगों का जीवन स्तर बेहतर हुआ है. वहीं, गांव भी खुशहाल हुए हैं उन्होंने एनएच के अधिकारियों से मटौर-मैक्लोडगंज सड़क के कार्य को समय पर पूरा करने के भी निर्देश दिए तथा निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. खुशाल शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त गन्धर्वा राठौढ़, स्मार्ट सिटी परियोजना के एमडी प्रदीप ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे.

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