कांगड़ा: छत्तीसगढ़ के देवघर में हुए रोपवे के हादसे के (Deoghar ropeway accident) बाद गृह मंत्रालय ने देश के सभी रोपवे की सुरक्षा की जांच करने के आदेश जारी कर दिए थे. वहीं, जिला कांगड़ा के धर्मशाला में स्थापित रोपवे की अगर बात की जाए तो इस रोपवे का निर्माण टाटा कपंनी ने करवाया है और अभी हाल ही में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस रोपवे का शुभारंभ किया था.
इस रोपवे में धर्मशाला से मैक्लोडगंज जाने के (Dharamshala-McLeodganj Ropeway) लिए मात्र दस से पंद्रह मिनट का समय लगता है. वहीं, अगर बात इस रोपवे की सुरक्षा व रख रखाव की की जाए तो इस रोपवे के सीईओ परवीन उपाध्याय ने बताया कि हर रोज रोपवे को शुरू करने और शाम के समय रोपवे को बंद करने से पहले रख रखाव की निरंतर जांच की जाती है, ताकि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की कोई चूक न रहे.
पंजाब, दिल्ली, मुम्बई, राजस्थान, यूपी, बिहार व हरियाणा से लोग तपती गर्मी से बचने के लिए पहाड़ों की ठंडक का आनंद उठा रहे हैं. पर्यटकों के आगमन के चलते धर्मशाला और इसके आस-पास के होटल पूरी तरह से (places to visit in Dharamshala) बुक हो चुके हैं. इसके साथ ही मत्स्य आखेट प्रेमियों के लिए भी इस साल के फिशिंग सीजन का भी आगाज हो चुका है. अब हर वीकेंड पर पर्यटकों की आवाजाही में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. यहां की हसीन वादियां हर वर्ष असंख्य देशी-विदेशी पर्यटकों, अनुसंधानकर्ताओं, रोमांच प्रेमियों और ट्रैकरों को लुभा रही है.
यहां पर आकर पर्यटक कैंपिंग, ट्रैकिंग, पर्वतारोहण जैसी साहसिक गतिविधियों का (Tourists reaching Dharamshala) आनंद ले रहे हैं. प्रतिदिन हजारों की संख्या में पुरुष, महिलाएं, बच्चे एवं नव विवाहित जोड़े घूमने पहुंच रहे हैं. विदेशों से दलाई लामा के अनुयायी उनके दर्शनों के लिए मैक्लोडगंज में पहुंच रहे हैं.
ये भी पढ़ें: जाखू रोपवे में सुरक्षा के अचूक इंतजाम, बैकअप प्लान के साथ चौकस रहती है संचालन कंपनी