धर्मशाला: राष्ट्रीय महिला आयोग (National Women Commission) ने अपने अखिल भारतीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम 'शी इज ए चेंजमेकर' परियोजना के तहत निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों (विधायकों) के लिए ‘महिला हितैषी शासन’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया. इस परियोजना का उद्देश्य महिला प्रतिनिधियों के नेतृत्व कौशल में सुधार करना है.
आज अंतिम दिन: लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration ) और इसके (एलबीएसएनएए) राष्ट्रीय लैंगिक एवं बाल केंद्र के सहयोग से धर्मशाला में 22 जून से चल रही. कार्यशाला का आज अंतिम दिन है. कार्यशाला के दौरान महिला विधायकों को 'प्रभावी नेतृत्व', 'समावेशी शासन', 'महिलाओं और किशोरों की तस्करी के सन्दर्भ में लिंग आधारित हिंसा पर संक्षिप्त विवरण', 'लैंगिक संवेदनशील और समावेशी संचार', ‘भावनात्मक जानकारी’ आदि विभिन्न सत्रों में महिला हितैषी शासन पर प्रशिक्षण दिया जा रहा. कार्यशाला में उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों के 29 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा आदि ने भाग लिया.