धर्मशाला: नई पेंशन स्कीम के विरोध में अब प्राथमिक शिक्षक भी सड़कों पर उतरेंगे. जिला स्तर पर धर्मशाला में 21 दिसंबर को धरना प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं प्रदेश स्तर पर जनवरी माह में प्रदर्शन किए जाएंगे, जबकि फरवरी माह में राष्ट्रीय स्तर पर प्राथमिक शिक्षक संघ आवाज बुलंद करेंगे.
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला कांगड़ा अध्यक्ष संजय पीसी ने प्रेसवार्ता में कहा कि कांगड़ा में जेबीटी के लगभग 350 पद खाली हैं. ज्यादातर प्राइमरी स्कूलों में 2 या एक शिक्षक हैं, जिस कारण शिक्षा प्रभावित हो रही है. जिला अध्यक्ष ने कहा कि आरटीई की अनुपालना के मद्देनजर समस्त प्राथमिक शिक्षकों से किसी भी प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्य करवाने तुरंत बंद किए जाने चाहिए. जिला कांगड़ा अध्यक्ष ने सरकार से सभी प्राथमिक स्कूलों में मुख्य शिक्षकों के पद सृजित किए जाने, प्रत्येक स्कूलों में कक्षावार अध्यापकों की नियुक्ति करने की मांग की है.
वहीं, छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए वार्षिक खेल प्रतियोगिताओं के केंद्र, उपखंड, खंड, जिला व राज्य स्तरीय आयोजन हेतु पर्याप्त बजट का प्रावधान करने की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिला कांगड़ा द्वारा नई पेंशन योजना के विरोध में 21 दिसम्बर को धर्मशाला में प्रदर्शन किया जाएगा.
उन्होंने नई पेंशन योजना को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाना चाहिए. नई पेंशन योजना के अंतर्गत रिटायर्ड हो रहे कर्मचारियों को मात्र 1000 से 2000 रुपये मासिक पेंशन ही मिल पा रही है. जिस कारण उनका बुढ़ापे में जीवन निर्वाह कठिन हो गया है.
संजय पीसी ने कहा कि 21 दिसंबर को जिला कांगड़ा के धर्मशाला में धरना प्रदर्शन किया जाएगा. इसके माध्यम से नई पेंशन स्कीम को बंद कर पुरानी पेंशन बहाली की मांग उठाई जाएगी. नई पेंशन स्कीम कर्मचारी वर्ग के साथ धोखा है. इस दौरान अन्य संगठनों से ईश्वर दास चौधरी, राजिंद्र शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे.
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