धर्मशाला: हिमाचल रीजनल पार्टी के उपाध्यक्ष व नवभारत एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीसी विश्वकर्मा (PC Vishwakarma visit to Dharamshala)ने कहा कि पौंग बांध विस्थापितों को आज तक ज़मीन नहीं मिल पाई. उन्होंने कहा की मुरब्बों को धोखाधड़ी से बेचा जा रहा है, ऐसे कई फर्जी मामले सामने आ रहे. इस मामले पर राज्यस्थान के मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा गया. प्लांनिग दस्तावेज फेल होने पर उन्हें जमीन मिलनी थी, 1972 से पानी में डूब चुके है, लेकिन कई लोगों को अभी भी ज़मीन नहीं मिली.
उन्होंने कहा कि डीसी ऑफिस में विस्थापितों के कल्याण के लिए बजट होता है, जोंकि खर्च सही से नहीं किया जाता. इसमें परिवार को 51 हज़ार 35 हज़ार इनकम पर दिया जाता है, इसे बढ़ाकर 50 हजार या एक लाख किया जाए. उन्होंने कहा कि पौंग बांध 500 मेगावाट की क्षमता है, इसमें हिमाचल के हिस्से को दबाकर रखा जा रहा .उन्होंने कहा कि शांनन जोगिन्दर नगर परियोजना को हिमाचल में विलय किया जाना चाइए था, लेकिन अभी तक कंट्रोल पंजाब के पास है.
उन्होंने कहा कि एक करोड़ इनकम पंजाब ले रहा है, लेकिन भाजपा-कांग्रेस की सरकारें आखिर क्या करती रही. अब हिमाचल सरकार कर्जे पर चलाई जा रही है, 27 हजार 436 मेगावाट उत्पादन हो सकता है, लेकिन सरकार रेवेन्यू को नुकसान कर रही. उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग को बंद किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ईपीएफ फंड में ब्याज दर को घटाया गया है, जोंकि सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि भाजपा-कांग्रेस संग आम आदमी पार्टी भी आम लोगों की पार्टी नहीं.उन्होंने राज्य की अन्य मुख्य समस्याओं के बारे में भी बात रखी.
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