धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा गेट पर खालिस्तानी झंडा लगाने जाने की घटना के बाद हड़कंप मच गया है. मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. घटना की सीएम जयराम ठाकुर ने कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा.
खालिस्तान के झंडे धर्मशाला विधानसभा के मुख्य प्रवेश द्वार पर रात के अंधेरे में लगाए गए (khalistan flag on himachal assembly dharamshala) हैं. सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक विशाल नेहरिया, एसपी कांगड़ा डॉ. खुशहाल शर्मा, एसडीएम धर्मशाला और पुलिस की टीम मौके पर (HP Legislative Assembly In Dharamshala) पहुंची. जिसके बाद खालिस्तान के झंडों को प्रवेश द्वार हटाया गया. मामले की जांच एसआईटी करेगी.
क्या कहते हैं एसपी और एसडीएम: कांगड़ा एसपी खुशाल शर्मा ने बताया कि विधानसभा गेट से खालिस्तान के झंडे हटा दिया गया है. हर पहलू को ध्यान में रखकर छानबीन की जा रही है. केस दर्ज कर लिया गया है. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. धर्मशाला की एसडीएम शिल्पी बेक्टा ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है. हिमाचल सार्वजनिक संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. कड़ी सुरक्षा के बाद भी इस तरह तक मामला सामने आना सभी के लिए वेक-अप कॉल (SDM dharamshala on Khalistan Flag) है. हमें अपने सिस्टम को और अधिक चुस्त-दुरुस्त करने की आवश्यकता है.
विधायक ने दी चुनौती: धर्मशाला के विधायक विशाल नेहरिया ने इस पूरे प्रकरण को निंदनीय और कायरतापूर्ण घटना करार दिया (Vishal Nehria On Khalistan Flag) है. उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकत हिमाचल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस घटना की त्वरित जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. उन्होंने इस कार्य को अंजाम देने वाले लोगों को इस तरह की हरकत रात के अंधेरे में न करके दिन के उजाले में करने की चुनौती दी है.
स्थानीय लोगों ने इस प्रकरण को शर्मनाक बताया: इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में रोष है. लोगों ने इस पूरे मामले पर हिमाचल सरकार को नाकाम करार दिया है. उन्होंने इस घटना को शर्मनाक बताया है और प्रदेश सरकार की सुरक्षा-व्यवस्था पर सवालिया निशान उठाए हैं.
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