धर्मशालाः कोरोना वायरस के चलते पूरे देश व प्रदेश में लॉकडाउन व कर्फ्यू है. जहां सरकार व प्रशासन लोगों को सुविधा प्रदान कर रहे हैं, तो जिला कांगड़ा में लोग पशुपालन का कार्य भी काफी तादाद में करते है. जिसको देखते हुए
कोरोना संक्रमण के चलते पूरे प्रदेश में कर्फ्यू लगा है. शासन और प्रशासन लोगों की सुविधाओं का ख्याल रख रहे हैं. जिला कांगड़ा में बहुत से लोग पशुपालन का कार्य करते हैं. जिसके देखते हुए शुपालन विभाग ने 250 ट्रक चारा दूसरे राज्य से मंगवाया है ताकि इस कठिन समय में पशु पालकों को किसी भी तरह का समस्या का सामना न करना पड़े.
लॉकडाउन के दौरान पशुओं को चारा आदि की समस्या न हो इसके लिए जिला पशुपालन विभाग ने बाहरी राज्यों से चारा मंगवाकर किसानों और पशु पालकों को उपलब्ध करवाया है. इसके अलावा जिले के अन्य स्थानों से भी चारा पहुंचाया जा रहा है. जिला के तमाम पशु औषधालय को खुला रखा गया ताकि पशु पालकों को कोई परेशानी न हो.
वहीं, डॉ. मोहिंद्र शर्मा असिस्टेंट डायरेक्टर जिला कांगड़ा ने कहा कि कोविड-19 को लेकर जिला में जो स्थिति थी, उसे देखते हुए जिला उपायुक्त के निर्देशों के तहत पशुपालन विभाग ने ये प्रयास किए हैं. उन्होंने कहा कि सबसे पहले किसानों और पशु पालकों के लिए तूड़ी और चारे की व्यवस्था की गई. राज्य के बाहर से चारे के 250 ट्रक मंगवाए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा में भी 500 से अधिक वाहनों से चारा और तूड़ी उपलब्ध करवाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग को राज्य सरकार ने लगभग 1 करोड़ 36 लाख का बजट प्रदान किया गया है. उन्होंने कहा कि किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर पंजाब एग्रो बुड्स से आने वाले समय में पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष भी किसानों को पशुओं के लिए फीड प्रदान किया जाएगा.उ न्होंने कहा कि भेड़ पालकों को भी दवाइयां उपलब्ध करवाई गई है, इसके अलावा मुख रोग के टीके भी लगवाएं गए हैं.