धर्मशाला: गर्मियों की छुट्टियों में स्कूली छात्रों के लिए अनूठी पहल करते हुए भाषा एवं संस्कृति विभाग ने अभिरूचि कक्षाएं शुरू की हैं. इन कक्षाओं में बच्चे हस्तशिल्प चीजें तैयार करना सीखेंगे.
इन कक्षाओं के संचालन का उद्देश्य लुप्त हो रही कलाओं का संरक्षण करने के साथ ही बच्चों को अपनी संस्कृति से मिलवाने का है.
अभिरूचि कक्षाओं में बच्चों को पारम्परिक सजावट की चीजें बनाना सिखाया जाएगा. यह हस्तशिल्प उत्पाद चीड़ की पत्तियों से बनाए जाएंगे. अभिरूचि कक्षाएं 10 से 15 दिनों तक आयोजित करवाई जाएंगी.
जिला भाषा अधिकारी सुरेश राणा ने कहा कि विभाग ने स्कूलों में चल रही ग्रीष्मकालीन छुट्टियों में बच्चों के समय का सदुपयोग करने के लिए अभिरूचि कक्षाएं शुरू की हैं.