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हिमाचल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने नाइट कर्फ्यू का किया विरोध, सरकार को लिखा पत्र - Himachal Hotel

धर्मशाला में गुरुवार को फेडरेशन ऑफ हिमाचल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बांबा और अन्य एसोसिएशन सदस्यों ने नाइट कर्फ्यू का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि कर्फ्यू कोरोना का हल नहीं है. उन्होंने कहा कि इस संक्रमण को रोकने के लिए जागरूकता व गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है.

himachal hotel association press conference
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Published : Nov 26, 2020, 4:35 PM IST

धर्मशालाः हिमाचल प्रदेश के चार जिलों में नाइट कर्फ्यू लगने से एक बार फिर होटल व्यवसाय पर खतरे के बादल मंडराने शुरू हो गए हैं. अभी कुछ समय पहले ही अनलॉक होने की वजह से होटल व्यवसायियों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन अब दोबारा नाइट कर्फ्यू लगने से पर्यटकों ने भी हिमाचल की ओर अपना रुख करना बंद कर दिया है.

वहीं, धर्मशाला में गुरुवार को फेडरेशन ऑफ हिमाचल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बांबा और अन्य एसोसिएशन सदस्यों ने नाइट कर्फ्यू का विरोध करते हुए कहा कि कर्फ्यू कोरोना का हल नहीं है और ना ही कर्फ्यू लगाने से इस संक्रमण को रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस संक्रमण को रोकने के लिए जागरूकता व गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है.

वीडियो.

अश्वनी बांबा ने कहा कि कर्फ्यू लगने के कारण अब पर्यटकों ने हिमाचल न आने का फैसला किया है, जिसका सीधा असर होटल व्यवसाय पर पड़ा है. लॉकडाउन के समय होटल व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया था. अनलॉक के बाद कुछ पर्यटकों ने हिमाचल की ओर रुख किया था लेकिन प्रदेश सरकार के इस नाइट कर्फ्यू के फैसले से होटल व्यवसाय को फिर घाटा हो सकता है.

उन्होंने बताया कि एसोसिएशन ने लिखित में भी एक शिकायत पत्र सरकार को भेजा है जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि पर्यटकों को नाइट कर्फ्यू के दौरान बॉर्डर पर परेशान ना किया जाए ताकि वे हिमाचल में प्रवेश कर सकें और होटल व्यवसाय फिर से पटरी पर लौट सके.

ये भी पढ़ें- काजा में हिम सरक्षा अभियान की शुरुआत, डॉ. रामलाल मारकंडा ने टीम को किया रवाना

धर्मशालाः हिमाचल प्रदेश के चार जिलों में नाइट कर्फ्यू लगने से एक बार फिर होटल व्यवसाय पर खतरे के बादल मंडराने शुरू हो गए हैं. अभी कुछ समय पहले ही अनलॉक होने की वजह से होटल व्यवसायियों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन अब दोबारा नाइट कर्फ्यू लगने से पर्यटकों ने भी हिमाचल की ओर अपना रुख करना बंद कर दिया है.

वहीं, धर्मशाला में गुरुवार को फेडरेशन ऑफ हिमाचल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बांबा और अन्य एसोसिएशन सदस्यों ने नाइट कर्फ्यू का विरोध करते हुए कहा कि कर्फ्यू कोरोना का हल नहीं है और ना ही कर्फ्यू लगाने से इस संक्रमण को रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस संक्रमण को रोकने के लिए जागरूकता व गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है.

वीडियो.

अश्वनी बांबा ने कहा कि कर्फ्यू लगने के कारण अब पर्यटकों ने हिमाचल न आने का फैसला किया है, जिसका सीधा असर होटल व्यवसाय पर पड़ा है. लॉकडाउन के समय होटल व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया था. अनलॉक के बाद कुछ पर्यटकों ने हिमाचल की ओर रुख किया था लेकिन प्रदेश सरकार के इस नाइट कर्फ्यू के फैसले से होटल व्यवसाय को फिर घाटा हो सकता है.

उन्होंने बताया कि एसोसिएशन ने लिखित में भी एक शिकायत पत्र सरकार को भेजा है जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि पर्यटकों को नाइट कर्फ्यू के दौरान बॉर्डर पर परेशान ना किया जाए ताकि वे हिमाचल में प्रवेश कर सकें और होटल व्यवसाय फिर से पटरी पर लौट सके.

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