पालमपुरः हिमाचल के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शुक्रवार को सुलाह विधानसभा के पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह में पुलिस आरक्षियों के 21वें दस्ते के दीक्षांत परेड समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की. समारोह में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने पासिंग आउट परेड की सलामी ली.
दीक्षान्त परेड में 834 आरक्षियों ने भाग लिया. इसमें 642 पुरुष और 192 महिला आरक्षियों ने आरक्षी मूलभूत प्रशिक्षण हासिल किया है. परेड का नेतृत्व आरक्षी मनन चौधरी जबकि महिला वर्ग में आरक्षी अर्चना चौधरी ने परेड का नेतृत्व किया. राज्यपाल ने पीटीसी डरोह के स्थापना के 25 स्वर्णिम वर्षों पर आधारित स्मारिका का विमोचन किया. इसके बाद राज्यपाल ने पीटीसी परिसर में 14 करोड़ रुपये से बनने वाली मॉर्डन बैरक का शिलान्यास भी किया.
राज्यपाल ने सभी आरक्षियों को दी बधाई
प्रशिक्षुओं और लोगों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने सभी आरक्षियों को बधाई दी और कहा कि प्रशिक्षण में दक्षता हासिल कर अब हिमाचल प्रदेश पुलिस परिवार में शामिल होंने जा रहे हैं. आप सभी से यह अपेक्षा रहेगी कि संविधान, प्रजातांत्रिक मूल्यों और कानून के अनुरूप अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए आम जन-मानस की भावनाओं के अनुरूप कार्य करेंगे.
8 सप्ताह का इंडक्शन कोर्स शुरू किआ जाएगा शुरू
राज्यपाल ने कहा कि पुलिस का काम बहुत संजीदा है. इसलिए अपने कर्तव्य और मानवता के पथ से कभी भी विचलित नहीं होना है और हमेशा कानून के अनुरूप सही निर्णय को लागू करना है. राज्यपाल ने कहा कि उनके ध्यान में लाया गया है कि सरकार निरीक्षक से उप पुलिस अधिक्षक (पर्यवेक्षक) अधिकारी बनने वाले अधिकारियों के लिए 8 सप्ताह का इंडक्शन कोर्स शुरू करने का निर्णय लेने जा रही है.
महाविद्यालय की वार्षिक प्रशिक्षण रिपोर्ट की प्रस्तुत
पीटीसी डरोह के प्रधानाचार्य आईजी डॉ. अतुल फुलझेले ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और महाविद्यालय की वार्षिक प्रशिक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि 642 पुरुष प्रशिक्षुओं का प्रशिक्षण पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह 192 महिला प्रशिक्षुओं का प्रशिक्षण द्वितीय भारतीय आरक्षित वाहिनी सकोह में एक जनवरी को शुरू हुआ था. इन प्रशिक्षुओं को 11 महीने का कठोर और प्रभावी प्रशिक्षण दिया गया है. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान पास आउट होने वाले प्रशिक्षार्थियों में से 66 पोस्ट ग्रेजुएट, 446 ग्रेजुएट, 100 बहु तकनीकि शिक्षा प्राप्त हैं.
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