पालमपुर: हिमाचल बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि शिव सेना के नेता संजय राउत ने हिमाचल की बेटी कंगना रणौत के लिए जिन शर्मनाक शब्दों का प्रयोग किया है, उन्हें याद करते ही शर्म से सिर झुक जाता है. संजय राउत को कहते हुए शर्म क्यों नहीं आई. शांता कुमार कहा ना मैं दोहराऊंगा ना याद करूंगा.
पूर्व मुख्यमंत्री ने महात्मा बुद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार महात्मा बुद्ध कहीं जा रहे थे तभी कुछ विरोधी सामने आये और उन्हें गालियां देने लगे. महात्मा बुद्ध खड़े हो गये और मुस्कराने लगे. जब गालियां देने वाले थक गये तो बुद्ध ने पूछा आपको कुछ और देना है. उन्हें शर्म आई, बुद्ध ने कहा आपने जो भी दिया मैंने तो लिया ही नहीं, देखो मेरे कपड़े वैसे के वैसे ही है वो सारी गालियां तुम्हारे ऊपर लगी है. मुझे बहुत दुख है, कह कर बुद्ध ने हाथ जोड़े और चले गये.
शांता कुमार ने कंगना रणौत और उनके परिवार से कहा कि बुद्ध के साथ तो 25-30 लोग थे जिन्होंने वे गालियां उन पर फेंकी लेकिन भारत के करोड़ों लोगों ने वह गंदगी सजंय राउत पर फेंकी है. उनका मुंह ही गंदा नहीं हुआ है. वे बेचारे उस गंदगी में सिसक रहे हैं. उन्होंने कहा "मेरे लंबे सार्वजनिक जीवन में भी बहुत कम, पर कुछ ऐसे मौके आये थे तो मैंने महात्मा बुद्ध को याद करके यही किया और आज अपनी मजिंल पर पहुंच गया."
शांता कुमार ने कहा कि कंगना रणौत मुस्काराये, भूल जाएं और आगे बढ़े. हम सब नहीं पूरा देश कंगना से बहुत कुछ आशा लगाये बैठा है. इस छोटे जीवन में प्रभु कृपा से उसने बहुत कर लिया है लेकिन उसका उज्ज्वल भविष्य उसके सामने है. कंगना को 'मणिर्कणिका' से बहुत आगे जाना है.
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कंगना रणौत और उनके परिवार से आग्रह किया है कि वह अभी मुंबई न जाए. केवल कोरोना ही नहीं यह दूसरी बीमारी भी अभी वहां हैं. कंगना बेटी अभी मनाली में ही आराम करे. और जो कुछ भी हुआ है उसे भूल जाए.