कांगड़ाः पूर्व भाजपा सांसद राजन सुशांत ने पोंग बांध विस्थापितों का मुद्दा उठाने के बाद अब मनरेगा में हो रहे अन्याय को लेकर आवाज उठाई है. राजन सुशांत अब मनरेगा में हो रहे अन्याय को ध्यान में रखते हुए लोगों से मिलकर बैठक कर रहे हैं और साथ ही उनके अधिकारों के बारे में जागरूक कर रहे हैं.
पूर्व सांसद का कहना है कि मनरेगा कामगारों को उनका अधिकार दिलाया जाएगा. चाहे इसके लिए उन्हें देश की सबसे बड़ी अदालत में क्यों ना जाना पड़े. कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के पूर्व में रह चुके भाजपा सांसद राजन सुशांत ने मंगलवार को खंड फतेहपुर की विभिन्न पंचायतों का दौरा किया. साथ ही मनरेगा मजदूरों की समस्याएं सुनी.
उन्होंने कहा कि मनरेगा मात्र एक योजना नहीं, बल्कि एक अधिनियम है. जिसके तहत हर रजिस्टर्ड मजदूर को वर्ष में कम से कम 100 दिन का रोजगार देना अनिवार्य है, लेकिन अज्ञानतावंश या किन्ही अन्य कारणों के कारण खंड फतेहपुर की पंचायतों के मनरेगा मजदूरों को 50 दिन का भी रोजगार नहीं मिल पाया.
वहीं, अभियान दौरान पंचायत कुटवासी में पहुंचने पर मनरेगा मजदूरों को काम न मिलने की बात सुनकर उन्होंने पंचायत प्रधान से भी बात की. इससे पूर्व पंचायत सुनेट, बरोट व बाद में पंचायत हाड़ा व अन्य पंचायतों में जाकर मनरेगा मजदूरों को जागकारी दी और जागरूक भी किया.
ये भी पढ़ें: महंगे प्राइवेट संस्थानों को मात दे रहा ये सरकारी स्कूल, मॉडर्न तरीके से होती है यहां पढ़ाई