धर्मशाला: पौंग डैम में प्रवासी पक्षियों की हो रही मौत मामले में प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने पौंग डैम के साथ लगते 4 विधानसभा क्षेत्रों में मीट, मछली सहित अंडों की सप्लाई पर बैन लगा दिया है. गौरतलब है कि विश्व प्रसिद्ध वेटलैंड साइट पौंग झील में पिछले 5 दिनों से प्रवासी पक्षियों के मौत के मामले सामने आ रहे हैं.
इसमें अभी तक 1775 से अधिक विदेशी परिंदों की मौत हो चुकी है. जो प्रारंभिक रिपोर्ट जालंधर व पालमपुर से आई है, उसके अनुसार से यह फ्लू है. यह किस तरह का फ्लू है, इसकी फाइनल रिपोर्ट भोपाल से आनी है. इसमें इसके बर्ड फ्लू होने की पूरी संभावना है. इसी के चलते पिछले दो-तीन दिन से प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया था.
पौंग डैम का नजदीकी 10 KM एरिया सर्विलांस जोन घोषित
डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने बताया कि पौंग डैम के एक किलोमीटर एरिया को रेड जोन बनाया गया है और आगे का 9 किलोमीटर का एरिया को सर्विलांस जोन बनाया गया है.
विभिन्न विभागों से बैठक कर बनाई रणनीति
धर्मशाला में सोमवार को इसी संदर्भ में संबंधित विभागों के साथ डीसी कांगड़ा ने बैठक की. बैठक में इस फ्लू से निपटने के लिए आगामी रणनीति तैयार कर की गई है. डीसी कांगड़ा ने कहा कि आने वाले समय में स्प्रैड को रोकने के प्रयास होंगे और नार्मल पापुलेशन में यह न जाए, उसके लिए यथासंभव प्रयास किए जाएंगे.
'बरती जाए सावधानी'
डीसी कांगड़ा ने कहा कि मानव जाति के लिए भी यह फ्लू घातक हो सकता है. वर्तमान में कोविड का समय चल रहा है और फ्लू के लक्षण भी कोविड की तरह ही होते हैं. वर्तमान में सबसे जरूरी है, एहतियात रखना. कोविड काल में बर्ड फ्लू की मार पड़ती है तो यह डबल मार होगी, इसीलिए आम जनता से बार-बार आग्रह किया जा रहा है कि वे सतर्क रहें और किसी भी अशंका के लिए स्थानीय प्रशासन को संपर्क करें. इसके चलते सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है.
चिकन, मछली, अंडों की सेल और एक्सपोर्ट पर बैन
बैठक में निर्णय लेकर इंदौरा, फतेहपुर, ज्वाली और देहरा में चिकन, मछली, अंडों की सेल और एक्सपोर्ट को पूरी तरह से बैन किया गया है. जिसके चलते संबंधित उपमंडलों में ऐसी दुकानें आज से ही बंद रहेंगी. पौंग डैम में पर्यटन और अन्य गतिविधियों को तीन दिन पहले स्थगित कर दिया गया है.
मवेशियों को पौंग झील के नजदीकी क्षेत्र में न ले जाने की अपील
डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि बर्ड फ्लू के फैलने का खतरा बना हुआ है. ऐसे में लोग अपने मवेशियों को चराने के लिए पौंग झील की ओर न जाएं. पहले ही कोविड का खतरा बना हुआ है. आम जनता से यही अपील है कि जो दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं, उनका सख्ती से पालन किया जाए.
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