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फायर सीजन में मौसम मेहरबान, लॉकडाउन में भी नष्ट होने से बची वन संपदा

डीएफओ धर्मशाला डॉ. संजीव शर्मा ने कहा कि इस बार मौसम अच्छा रहने से वनों में आगजनी की घटनाएं कम हुई हैं. लॉकडाउन की वजह से पर्यटकों की आमद कम रही है. आगजनी की घटनाएं कम होने का यह भी एक कारण है.

Kangra Forest dept lost less
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Published : Jun 30, 2020, 4:56 PM IST

धर्मशालाः प्रदेश में इस बार फायर सीजन में मौसम मेहरबान बना रहा. जिसकी वजह से वनों को नुकसान कम हुआ है. यह भी कहा जा सकता है इस बार नुकसान न के बराबर है. लॉकडाउन भी इसका एक कारण है, जिसकी वजह से वन संपदा नष्ट होने से बची है. यही नहीं पर्यटकों की आमद कम होने से भी वनों में आग की घटनाओं में कमी आई है.

धर्मशाला वन मंडल की बात करें तो फायर सीजन के दौरान अब तक कुल 10 घटनाएं सामने आई हैं, जो कि ग्राउंड फायर थी. जिसके चलते वनों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ और रोपित किए गए पौधों को भी नुकसान कम ही रहा है.

वीडियो.

ये भी पढ़ें- पूर्व CPS नीरज भारती को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

गौरतलब है कि हिमाचल में फायर सीजन 15 अप्रैल से 15 जून तक का होता है. इस दौरान आग की घटनाएं बढ़ जाती हैं, लेकिन इस बार आए दिन बारिश होने से वन विभाग को वनों में आगजनी की घटनाओं से राहत मिली है और नुकसान भी कम ही हुआ है.

डीएफओ धर्मशाला डॉ. संजीव शर्मा ने कहा कि इस बार मौसम अच्छा रहने से वनों में आगजनी की घटनाएं कम हुई हैं. लॉकडाउन की वजह से पर्यटकों की आमद कम रही है. आगजनी की घटनाएं कम होने का यह भी एक कारण है.

धर्मशाला वन मंडल में 10 के लगभग घटनाएं हुई हैं, जो कि ग्राउंड फायर थी, जिसकी वजह से नुकसान न के बराबर है और रोपित किए गए पौधों को भी ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है.

ये भी पढ़ें- कोरोना काल में ठंडी पड़ी ईंट की भट्टियां, हजारों मजदूरों की रोजी-रोटी पर संकट

धर्मशालाः प्रदेश में इस बार फायर सीजन में मौसम मेहरबान बना रहा. जिसकी वजह से वनों को नुकसान कम हुआ है. यह भी कहा जा सकता है इस बार नुकसान न के बराबर है. लॉकडाउन भी इसका एक कारण है, जिसकी वजह से वन संपदा नष्ट होने से बची है. यही नहीं पर्यटकों की आमद कम होने से भी वनों में आग की घटनाओं में कमी आई है.

धर्मशाला वन मंडल की बात करें तो फायर सीजन के दौरान अब तक कुल 10 घटनाएं सामने आई हैं, जो कि ग्राउंड फायर थी. जिसके चलते वनों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ और रोपित किए गए पौधों को भी नुकसान कम ही रहा है.

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गौरतलब है कि हिमाचल में फायर सीजन 15 अप्रैल से 15 जून तक का होता है. इस दौरान आग की घटनाएं बढ़ जाती हैं, लेकिन इस बार आए दिन बारिश होने से वन विभाग को वनों में आगजनी की घटनाओं से राहत मिली है और नुकसान भी कम ही हुआ है.

डीएफओ धर्मशाला डॉ. संजीव शर्मा ने कहा कि इस बार मौसम अच्छा रहने से वनों में आगजनी की घटनाएं कम हुई हैं. लॉकडाउन की वजह से पर्यटकों की आमद कम रही है. आगजनी की घटनाएं कम होने का यह भी एक कारण है.

धर्मशाला वन मंडल में 10 के लगभग घटनाएं हुई हैं, जो कि ग्राउंड फायर थी, जिसकी वजह से नुकसान न के बराबर है और रोपित किए गए पौधों को भी ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है.

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