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रणजी ट्रॉफीः हिमाचल-बड़ौदा के बीच खेला गया मैच ड्रा, टूटा 31 साल पुराना रिकॉर्ड - ranji trohphy dharamshala match

एचपीसीए स्टेडियम धर्मशाला में रणजी ट्रॉफी का एलीट ग्रुप का मैच चौथे दिन ड्रॉ हो गया. हिमाचल और बड़ौदा के बीच मैच के दूसरे दिन विकेटकीपर अंकुश बैंस और गेंदबाज वैभव अरोड़ा ने अंतिम विकेट के लिए 85 रन की साझेदारी की. इस सीजन का अंतिम मुकाबला 27 से 30 जनवरी तक होगा.

Elite group match of Ranji Trophy
Elite group match of Ranji Trophy
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Published : Jan 23, 2020, 9:46 AM IST

धर्मशालाः जिला कांगड़ा के एचपीसीए स्टेडियम धर्मशाला में हिमाचल और बड़ौदा के बीच खेल जा रहे रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप का मैच चौथे दिन ड्रॉ पर खत्म हुआ. ड्रा पर खत्म हुए इस मैच के अंतिम दिन बड़ौदा ने पहली पारी 2 विकेट के नुकसान पर 30 ओवर में 150 रन बना लिए थे. विष्णु सोलंकी 85 और विस्फोटक बल्लेबाज युसूफ पठान 21 रन बनाकर नाबाद लौटे. पंकज जायसवाल और वैभव अरोड़ा को 1-1 विकेट मिला.

इससे पहले हिमाचल में पहली इनिंग में 10 विकेट के नुकसान पर 496 रन बनाए थे. हिमाचल के पांच बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाए थे. 19 से 22 जनवरी तक खेले गए इस मैच का तीसरा दिन बारिश की भेंट चढ़ गया था, जबकि मैच का चौथा दिन भी देरी से शुरू हुआ था.

हिमाचल और बड़ौदा के बीच मैच के दूसरे दिन विकेटकीपर अंकुश बैंस और गेंदबाज वैभव अरोड़ा ने अंतिम विकेट के लिए 85 रन की साझेदारी की थी. ये हिमाचल के लिए रणजी ट्रॉफी के इतिहास में अंतिम विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी थी. इससे पहले 1989 में रणजी ट्रॉफी के मैच में हिमाचल के अनुप बिज और राजीव नैय्यर के बीच अंतिम विकेट के लिए 32 रन की साझेदारी हुई थी. अब ये रिकॉर्ड धर्मशाला में टूटा है. हिमाचल के वैभव अरोड़ा ने 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 85 रन की इस साझेदारी में 44 गेंदों पर 40 रन का योगदान दिया.वैभव ने अपनी पारी में 3 छक्के और 3 चौके लगाए.

वैभव ने 90.91 के स्ट्राइक रेट से 44 गेंदों में तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से 40 रन की शानदार पारी खेली. इस पारी ने हिमाचल रणजी ट्रॉफी के अंतिम विकेट के लिए रिकॉर्ड बन दिया. वहीं, दूसरे छोर पर अंकुश बैंस 85 गेंदों में 75 रन बनाकर नाबाद रहे.

गौरतलब है कि एचपीसीए स्टेडियम धर्मशाला में रणजी ट्रॉफी के इस सीजन का अंतिम मुकाबला 27 से 30 जनवरी तक होगा. इस बार धर्मशाला को रणजी ट्रॉफी के चार मैच की मेजबानी करने का मौका मिला है.

ये भी पढ़ें- पपरोला आयुर्वेदिक संस्थान में मिट्टी चिकित्सा पद्धति से होता है जटिल बीमारियों का इलाज, हजारों मरीज हुए स्वस्थ

धर्मशालाः जिला कांगड़ा के एचपीसीए स्टेडियम धर्मशाला में हिमाचल और बड़ौदा के बीच खेल जा रहे रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप का मैच चौथे दिन ड्रॉ पर खत्म हुआ. ड्रा पर खत्म हुए इस मैच के अंतिम दिन बड़ौदा ने पहली पारी 2 विकेट के नुकसान पर 30 ओवर में 150 रन बना लिए थे. विष्णु सोलंकी 85 और विस्फोटक बल्लेबाज युसूफ पठान 21 रन बनाकर नाबाद लौटे. पंकज जायसवाल और वैभव अरोड़ा को 1-1 विकेट मिला.

इससे पहले हिमाचल में पहली इनिंग में 10 विकेट के नुकसान पर 496 रन बनाए थे. हिमाचल के पांच बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाए थे. 19 से 22 जनवरी तक खेले गए इस मैच का तीसरा दिन बारिश की भेंट चढ़ गया था, जबकि मैच का चौथा दिन भी देरी से शुरू हुआ था.

हिमाचल और बड़ौदा के बीच मैच के दूसरे दिन विकेटकीपर अंकुश बैंस और गेंदबाज वैभव अरोड़ा ने अंतिम विकेट के लिए 85 रन की साझेदारी की थी. ये हिमाचल के लिए रणजी ट्रॉफी के इतिहास में अंतिम विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी थी. इससे पहले 1989 में रणजी ट्रॉफी के मैच में हिमाचल के अनुप बिज और राजीव नैय्यर के बीच अंतिम विकेट के लिए 32 रन की साझेदारी हुई थी. अब ये रिकॉर्ड धर्मशाला में टूटा है. हिमाचल के वैभव अरोड़ा ने 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 85 रन की इस साझेदारी में 44 गेंदों पर 40 रन का योगदान दिया.वैभव ने अपनी पारी में 3 छक्के और 3 चौके लगाए.

वैभव ने 90.91 के स्ट्राइक रेट से 44 गेंदों में तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से 40 रन की शानदार पारी खेली. इस पारी ने हिमाचल रणजी ट्रॉफी के अंतिम विकेट के लिए रिकॉर्ड बन दिया. वहीं, दूसरे छोर पर अंकुश बैंस 85 गेंदों में 75 रन बनाकर नाबाद रहे.

गौरतलब है कि एचपीसीए स्टेडियम धर्मशाला में रणजी ट्रॉफी के इस सीजन का अंतिम मुकाबला 27 से 30 जनवरी तक होगा. इस बार धर्मशाला को रणजी ट्रॉफी के चार मैच की मेजबानी करने का मौका मिला है.

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