कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला स्थित विधानसभा परिसर के मुख्य द्वार पर खालिस्तान के झंडे फहराने के मामले को लेकर धर्मशाला ब्लॉक कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. ब्लॉक कांग्रेस ने शहीद स्मारक धर्मशाला के गेट के बाहर गुरपतवंत सिंह पन्नू का पुतला जलाया और खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए. कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण में प्रदेश की सत्तासीन भाजपा सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठाए. ब्लॉक कांग्रेस ने पुतला (Congress burnt Gurpatwant Singh Pannu effigy) जलाते हुए इस तरह की घटनाओं को कतई भी बर्दाश्त न करने की बात कही.
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विनीत धीमान ने कहा कि पंजाब के दिन प्रतिदिन खराब होते हालातों पर केंद्र सरकार को कड़ा संज्ञान लेना चाहिए लेकिन केंद्र सरकार इन हालातों पर अंकुश लगाने में न जाने क्यों लापरवाही बरत रही है. पंजाब में सुलग रही खालिस्तान की आग अब हिमाचल प्रदेश में भी पहुंच गई है, आतंकवादी संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' (Sikh for Justice) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने यहां तक बयान दे दिया है कि हिमाचल प्रदेश के कई हिस्से भी खालिस्तान में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग प्रदेश और देश की अखंडता के लिए किसी भी गीदड़ भभकी से डरने वाले नहीं हैं.
विनीत धीमान ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक शांति प्रिय प्रदेश है और यहां खालिस्तान जैसी देशविरोधी मांग के लिए कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा कि यह पहला अवसर नहीं जब आतंकी संगठन के नेता पन्नू ने खालिस्तान की मांग को लेकर भड़काऊ बयान दिया हो, पन्नू समय-समय पर खालिस्तान की मांग पर भड़काऊ बयान देता आया है. उन्होंने कहा कि विदेशों में बैठ कर यह आतंकी नेता देश के माहौल खराब कर रहे हैं, चोरी छिपे बयानबाजी करना इन नेताओं की कायरता को दर्शाता है. ब्लॉक कांग्रेस धर्मशाला के अध्यक्ष विनीत धीमान ने खालिस्तान के नेता पन्नू को देश से गद्दार करार दिया है और हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान की आग पहुंचना सत्तासीनों और सुरक्षा एजेंसियों पर कई सवाल खडे़ किए हैं.
उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में भयंकर षड्यंत्र की गंध आ रही है और अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार इस मामले में कोई कड़े फैसले ले. उन्होंने केंद्र सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि दिल्ली बैठे सत्तासीन आखिर क्यों कड़े फैसले लेने में गुरेज कर रहे हैं. यह समझ से परे है उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग देश एवं प्रदेश की अखंडता के लिए आतंकियों की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और एकजुट हैं.
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