धर्मशाला: तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के 84वें जन्मदिवस को धूमधाम से मनाया गया. मैक्लोडगंज स्थित चुगलाखंग बौद्ध मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. तिब्बत निर्वासित सरकार के केंद्रीय प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में दलाई लामा मौजूद नहीं थे.
कार्यक्रम में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. इस दौरान केक काटकर दलाई लामा का जन्मदिन मनाया गया, वहीं तिब्बतियन स्कूली बच्चों ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों से समां बांधा.
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तिब्बत निर्वासित सरकार के प्रवक्ता सोनम दाग्पो ने कहा कि आज पूरे विश्व में जहां भी तिब्बती समुदाय के लोग रहते हैं, वहां धर्मगुरु दलाईलामा का जन्मदिन मनाया जा रहा है. तिब्बत में दलाईलामा का जन्मदिन नहीं मनाया जाता, क्योंकि चीन सरकार ने इसकी मनाही कर रखी है.
इस मौके पर सांसद किशन कपूर ने कहा कि 'मैं यहां दलाई लामा का आशीर्वाद लेने आया हूं. दलाई लामा का हम सब पर बहुत उपकार है. आज पूरे विश्व के पर्यटक धर्मशाला आ रहे हैं. जो कि धर्मगुरु दलाई लामा की वजह से संभव हो पाया है. दलाई लामा ने अपने समुदाय की संस्कृति को आज तक बचाए रखा है. दलाई लामा ने शांति और आपसी भाईचारे का संदेश पूरे विश्व में फैलाया है'.
वहीं, नेपाल और चीन धर्म गुरु दलाई लामा का जन्मदिन नहीं माना रहे इस पर उन्होंने कहा की दलाई लामा ने दुनिया मे शांति का संदेश दिया है. दलाई लामा को भारत रत्न देने पर उन्होंने कहा कि संसद में इस बात का पक्ष रखा जाएगा.