धर्मशालाः हिमाचल में 12 दिसंबर के बाद कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लग सकती है. गुरु अस्त और शुक्र अस्त होने के कारण 12 दिसंबर से 23 अप्रैल तक विवाह, मुंडन, धाम और धार्मिक आयोजनों का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है. इस कारण लोगों की भीड़ नहीं जुटेगी. सरकार और स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि प्रदेश में त्योहारी सीजन, सांस्कृतिक, धार्मिक और सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं.
मुहूर्त ना होने से कोरोना संक्रमण पर रोक
इसके अलावा अब विवाह शादियों के लिए शुभ मुहूर्त नहीं होने के कारण संक्रमण बढ़ने के मामलों पर रोक लग सकती है. जानकारी के अनुसार कांगड़ा जिले के नूरपुर उपमंडल के पंजाहड़ा गांव में एक शादी समारोह के कारण एक दिन में गांव के करीब 40 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे.
कार्यक्रमों में सराकार के निर्देशों का पालन नहीं
इससे प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई थी. उसके बाद फिर धीरे-धीरे संक्रमण तेज हो गया था. लोग कार्यक्रमों में सरकार के निर्देशों का पालन भी नहीं कर रहे हैं.
वहीं, डॉ. गुरदर्शन गुप्ता, सीएमओ कांगड़ा ने कहा कि 12 दिसंबर के बाद शादी समारोह न होने से प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लग सकती है, क्योंकि लोग कार्यक्रमों में सरकार के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं. कार्यक्रम न होने से कोरोना संक्रमण पर काफी असर पड़ेगा.