कांगड़ाः उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से हुई तबाही में उपमंडल पालमपुर का लापता युवक राकेश का शव बरामद होने के बाद आज शाम तक बंदला गांव में पहुंचने की संभावना है. गौर रहे कि ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट में बंदला गांव का 33 वर्षीय राकेश 2019 से बतौर प्रोजेक्ट मैनेजर सेवाएं दे रहे थे. राकेश के पिता का पहले ही देहांत हो चुका है. उसके परिवार में पत्नी व बेटा हैं.
पोस्टमार्टम के बाद शव हिमाचल भेजा गया
वहीं, शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद हिमाचल भेजा दिया गया है. शेष लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू आपरेशन जारी है. प्रदेश सरकार की तरफ से पांवटा साहिब के एसडीएम मौके पर तैनात हैं, जिन्होंने सरकार की तरफ से परिजनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई.
हिमाचल के भी 10 लोग लापता
बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिला में हिमस्खलन से भारी तबाही हुई है, जिसमें सैकड़ों लोग लापता हैं. इसमें हिमाचल के भी करीब10 लोग लापता हुए थे, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने हिमाचल की तरफ से पांवटा साहिब के एसडीएम एलआर वर्मा को चमोली जिला में जाने के निर्देश दिए. रविवार सुबह एसडीएम एलआर वर्मा लापता लोगों के रेस्क्यू करने के लिए अपनी टीम के साथ चमोली जिला के ऋषि गंगा प्रोजेक्ट में पहुंचे.
कांगड़ा जिला के 9 लोग लापता
वहां पर हिमाचल के कांगड़ा जिला के नौ लोग लापता हुए हैं, जबकि पांवटा साहिब के एक डीजीएम अधिकारी तपोवन प्रोजेक्ट में फंसे हुए हैं. एसडीएम एलआर वर्मा ने बताया कि ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में बीएसएफ व एनडीआरएफ के जवानों ने रेस्क्यू आपरेशन चलाया हुआ है.
जूनियर इंजीनियर राकेश कपूर का शव बरामद
इस दौरान हिमाचल के लापता 10 लोगों में से एक जूनियर इंजीनियर राकेश कपूर का शव बरामद किया गया. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाकर शव को हिमाचल भेज दिया गया है. मृतक के भाई राजेश कपूर को सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई गई है. शेष लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू आपरेशन जारी है.
आज शाम पालमपुर पहुंचेगा शव
एसडीएम पालमपुर धर्मेश रामोत्रा ने शव बरामद होने की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें उत्तराखंड प्रशासन से शव मिलने की सूचना दोपहर को मिली थी. इसके बाद उन्होंने परिजनों को सूचित कर दिया है. उन्होंने बताया कि आज शाम तक शव पालमपुर पहुंचने की उम्मीद हैं.
प्रशासन ने प्रदान की राहत राशि
उत्तराखंड प्रशासन ने बोहल गांव से चमोली गए मृतक के भाई संतोष कपूर सहित चार अन्य गांव वासियों का शव सुपुर्द कर दिया है. एसडीएम ने बताया कि प्रशासन की ओर से 10 हजार रुपये की फौरी राहत उत्तराखंड प्रशासन के माध्यम से मुहैया करवा दी है, साथ ही नियमों अनुसार शेष राहत राशि भेंट की जाएगी.
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