चंबा: हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले निरंतर बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना संकट के बीच अब धीरे-धीरे बाजार और अन्य कारोबार भी खुलने शुरू हो गए हैं. यही प्रयास है कि जिंदगी और अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौट सके. चंबा जिला में भी अब हेयर कटिंग का काम करने वाले लोगों को जिला प्रशासन ने प्रशिक्षण देने के बाद सैलून खोलने की अनुमति दी है.
हालांकि, जिला प्रशासन ने सैलून संचालकों को साफ तौर पर कहा है कि जब भी अपना सैलून खोले तब पीपीई किट, फेस शील्ड, हैंड ग्लब्स, सेनिटाइजर और मास्क का प्रयोग करें. जब भी कोई व्यक्ति सैलून में आता है तो पहले उसकी थर्मल स्कैनिंग की जाती है. इसके बाद हैंड सेनिटाइज किया जा रहा है. इसके अलावा मास्क का सही इस्तेमाल करना होगा उसके बाद ही वह अपना कार्य करवा सकते हैं.
यही कारण है कि चंबा जिला के अलग-अलग क्षेत्रों में सैलून संचालक सरकार के दिशा-निर्देशों का सही तरीके से पालन करते हुए दिखाई दे रहे हैं. चंबा जिला के अंतर्गत आने वाले कई इलाकों में सैलून संचालक सरकार के दिशा निर्देशों का सही पालन करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
हालांकि, जिला प्रशासन द्वारा इन सैलून संचालकों को किसी तरह की कोई सहायता नहीं की गई है. सैलून संचालक ने सारा सामान अपने पैसों से खरीदा है. सैलून संचालक पीपीई किट, सेनिटाइजर, मास्क, ग्लब्स तमाम तरह की सुविधाओं को देने का प्रयास कर रहे हैं. सैलून में आने वाले लोगों का दरवाजे के बाहर ही थर्मल स्कैनिंग हो रही है. इसके बाद यदि किसी व्यक्ति को बुखार है तो उसको वापस भेजा जाता है.
सैलून संचालक धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि सरकार के दिशा निर्देशों के हम सही तरीके से पालन कर रहे हैं. इसके लिए वह पीपीई किट, ग्लब्स, सेनिटाइजर और मास्क लगाकर पूरी एहतियात बरत रहे हैं. हर व्यक्ति की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है.
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