चंबा: हिमाचल प्रदेश में किसानों की फसलों को नुकसान से बचाने के लिए मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना की शुरुआत की गई है. इसके तहत किसानों के खेतों को चारों तरफ से लोहे की चारदीवारी से बंद कर दिया जाता है ताकि जंगली जानवर सहित अन्य किसी तरह का कोई नुकसान न हो सके. इसी को लेकर अब कृषि विभाग के सौजन्य से किसानों को मुख्यमंत्री खेत संरक्षण के (Mukhya Mantri Khet Sanrakshan Yojna) लिए चारदीवारी यानी लोहे का बाड़ा उपलब्ध करवाया जा रहा है. जिससे किसान अपने खेतों को सुरक्षित कर रहे हैं.
अक्सर देखा जाता है कि पहाड़ी क्षेत्रों में बेसहारा पशुओं और बंदर सहित जंगली जानवर किसानों की गेहूं-सरसों, मक्की की फसलों को बर्बाद करते हैं. ऐसे में किसान परेशान हो जाते हैं और उनकी पूरी मेहनत बर्बाद हो जाती है. लेकिन सरकार ने किसानों को उनकी फसलों को सुरक्षित रखने के लिए कई कदम उठाए हैं, उसी के चलते मुख्यमंत्री खेत संरक्षण भी एक महत्वपूर्ण योजना है. जिसके चलते किसानों को उनकी फसलों को सुरक्षित रखने में सहयोग मिल रहा है.
कृषि विभाग चंबा के (Agriculture Department Chamba) निदेशक कुलदीप धीमान भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं. सरकार द्वारा 55 लाख का बजट मुहैया करवाया गया है. अभी तक 11 किसानों ने इस योजना का लाभ उठाया है और अन्य किसानों को भी जल्द लाभ मिलेगा. कुलदीप धीमान ने बताया कि सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही हैं. ऐसे में लोगों को योजनाओं का लाभ जरूर उठाना चाहिए.
कृषि विभाग के निदेशक कुलदीप धीमान ने कहा कि सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं. जिनका लाभ किसानों को मिले, इसके लिए कृषि विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा है कि किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. सरकार की महत्वपूर्ण योजना मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना है. इसके लिए लोहे के बाड़े का प्रावधान है और किसान उसका इस्तेमाल करके अपनी फसलों को बचा सकते हैं.