चंबाः जिला मुख्यालय के साथ लगते पक्काटाला मोहल्ला जमींदोज होने की कगार पर है लेकिन इसे बचाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है. इस मोहल्ला में निरंतर हो रहे भूस्खलन से लोगों के घर धंस रहे हैं. कई घरों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं.
लोगों का कहना है कि अभी हाल ही में यहां भूस्खलन की चपेट में एक घर की दिवार आ चुकी है. जिससे लोगों में दहशत का माहोल बना हुआ है. स्थानीय निवासी का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी मौका देखने आते हैं और देख कर चले जाते हैं. इस समस्या को हल करने के लिए कुछ ठोस नहीं किया जा रहा है.
वहीं, मोहल्ले के नीचे से सार्वजनिक रास्ता भी है और यहां से स्कूल व कॉलेज विद्यार्थी रोजाना आवागमन करते हैं. इस स्थान पर ऊपर पहाड़ी से गिरने वाले पत्थर हर समय हादसे को न्यौता देते रहते हैं.
वाल्मिकी मंदिर पक्काटाल के सचिव महेंद्र के अनुसार कई सालों से यहां भूस्ख्लन हो रहा है जिससे जहां लोगों के घर धंस रहे हैं. वहीं, नीचे पत्थर लगने से कई लोग घायल भी हो चुके हैं. उनका कहना है कि उनकी रातों की नींद उड़ चुकी है और हर समय यही भय रहता है कि न जाने कब उनके घर नीचे नदी में समा जाएंगे. उन्होंने प्रशासन और सरकार से मांग की है कि जल्द इस भूस्खलन को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएं.
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