चंबा: उपायुक्त डीसी राणा ने जिले में सूखे से उत्पन्न स्थिति और पानी की कमी के समाधान के लिए मुख्य सचिव के साथ राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के कक्ष में आयोजित बैठक में हिस्सा लिया. इस दौरान उपमंडल स्तर पर विभिन्न विभागों द्वारा सूखे की स्थिति के समाधान को लेकर उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों की समीक्षा की. साथ ही उन्होंने अधीक्षण अभियंता को पंचायत स्तर पर जल संग्रहण तालाब बनाने के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए.
अधिकारियों को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के दिए निर्देश
उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने कहा कि जिले में सूखे से प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति के लिए जल्द सभी विभागीय औपचारिकताएं पूर्ण की जाएं. उन्होंने ये भी कहा कि विभिन्न पेयजल योजनाओं को आपस में जोड़ने के अतिरिक्त नए हैंडपंप लगाने और प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन से संबंधित कार्यों को सुनिश्चित बनाया जाए.
वहीं, जलशक्ति विभाग द्वारा जिले में सूखे की वर्तमान स्थिति को लेकर उठाए जा रहे विभिन्न उपायों की जानकारी देते हुए विभाग के अधीक्षण अभियंता रोहित दुबे ने बताया कि जिले में कुल 892 पेयजल आपूर्ति योजनाओं में से 96 योजनाएं सूखे से प्रभावित हुई हैं. जिसमें से 92 योजनाएं सलूणी उपमंडल और 18 योजनाएं तीसा उपमंडल से संबंधित हैं.
पशुपालकों को चारा उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
पशुपालकों के लिए चारे की उपलब्धता को लेकर उपायुक्त ने संबंधित विभाग को आवश्यक कदम उठाने के भी निर्देश जारी किए हैं. पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेश सिंह ने बैठक में बताया कि रबी की फसल कटाई का कार्य शुरू होना है, जिससे जिले के पशुपालकों को चारे की कमी नहीं होगी. साथ ही डीसी ने भाग को लोगों के निजी जल संग्रहण टैंक के ओवरफ्लो होने की अवस्था में आवश्यक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए
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