चंबा: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ऐतिहासिक चंबा चौगान से हिमाचल प्रदेश के गठन के 75 वर्षों के उपलक्ष्य पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम प्रगतिशील हिमाचल-स्थापना के 75 वर्ष का शुभारंभ किया. इस ऐतिहासिक अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए (CM Jairam launches Pragatisheel Himachal Sthapna Ke 75 Varsh) मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि इस वर्ष देश अपनी आजादी के 75 वर्ष का उत्सव मना रहा है और साथ ही हिमाचल प्रदेश भी अपने गठन के 75 वर्ष मना रहा है.
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने इन 75 वर्षों में सभी क्षेत्रों में अतुलनीय विकास और प्रगति की है जिसका श्रेय प्रदेश के प्रत्येक मेहनतकश और ईमानदार व्यक्ति को जाता है. विभिन्न बाधाओं के बावजूद, हिमाचल प्रदेश को देश के सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक बनाने के लिए प्रदेशवासियों ने पूर्ण समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ काम किया. मुख्यमंत्री ने राज्य की विकासात्मक यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश ने सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास किया है.
उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में राज्य की प्रति व्यक्ति आय मात्र 240 रुपये थी, जो अब बढ़कर 2,01,873 रुपये हो गई है. राज्य का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) जो वर्ष 1948 में 27 करोड़ रुपये था अब बढ़कर 1,75,173 करोड़ रुपये हो गया है. उन्होंने कहा कि राज्य की साक्षरता दर आज 83 प्रतिशत हो गई है, जो वर्ष 1948 में मात्र 4.8 प्रतिशत थी. उन्होंने कहा कि राज्य में कृषि उत्पादन 954 मीट्रिक टन से बढ़कर 1500 मीट्रिक टन और खाद्यान्न उत्पादन वर्ष 1948 में 1.99 लाख मीट्रिक टन था, जो बढ़कर 15.14 लाख मीट्रिक टन हो गया है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सड़कों को पहाड़ी प्रदेश की जीवन रेखाओं की संज्ञा देते हुए कहा कि हिमाचल के गठन के समय राज्य में केवल 228 किलोमीटर सड़कें थीं और आज राज्य में 39,354 किलोमीटर से अधिक लम्बी सड़कें हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा आरम्भ की गई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) ने ग्रामीण सम्पर्क सुनिश्चित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि राज्य में पीएमजीएसवाई के तहत लगभग 20,000 किलोमीटर सड़कें निर्मित की गई हैं.
उन्होंने कहा कि चंबा जिले में गठन के समय केवल 48 किलोमीटर लम्बी सड़कें थीं, जबकि आज जिले में 2,660 किलोमीटर से अधिक लम्बी सड़कें हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपना साढ़े चार वर्ष का कार्यकाल पूर्ण कर लिया है और इस अवधि में राज्य का संतुलित और चहुंमुखी विकास सुनिश्चित किया है. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्षी नेता बेबुनियाद मुद्दों को उठा रहे हैं और चुनाव को देखते हुए लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान करने पर प्रति वर्ष 1300 करोड़ रुपये से अधिक व्यय कर रही है, जबकि पिछली राज्य सरकार द्वारा केवल 400 करोड़ रुपये व्यय किए गए थे. उन्होंने कहा कि हिमकेयर, सहारा योजना, गृहिणी सुविधा योजना और शगुन योजना ने जरूरतमंदों और गरीबों को आवश्यक राहत प्रदान की है. जयराम ठाकुर ने सदियों से ऐतिहासिक मिंजर महोेत्सव को पूरे उत्साह एवं परम्परागत ढंग से मनाने के लिए राज्य के लोगों और विशेष रूप से चंबा जिले के सभी निवासियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि मिंजर महोत्सव हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज अपने मन की बात कार्यक्रम में राज्य में मनाए जाने वाले चंबा मिंजर, सायर मेले और जागरा मेले का विशेष उल्लेख किया.
उन्होंने मिंजर के अवसर पर राज्य की जनता को बधाई भी दी. उन्होंने कहा कि यह राज्य और यहां के लोगों के प्रति प्रधानमंत्री के स्नेह एवं उनकी उदारता को दर्शाता है. मुख्यमंत्री ने मिंजर महोत्सव के अवसर पर इस उत्सव को अंतरराष्ट्रीय दर्जा देने (international status to Minjar Festival) की भी घोषणा की. उन्होंने चंबा चौगान के सौंदर्य को और अधिक निखारने के लिए यहां रोशनी की उचित व्यवस्था करने की भी घोषणा की. इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों, बोर्डों और निगमों द्वारा हिमाचल तब और अब थीम पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया. इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के गठन के 75 वर्षों पर आधारित गीत भी जारी किया गया. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा निर्मित हिमाचल प्रदेश के 75 वर्षों के गौरवशाली इतिहास पर आधारित एक वृत्तचित्र को भी प्रदर्शित किया गया.
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