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चंबा कांग्रेस ने भारत-चीन विवाद में शहीद हुए वीरों को दी श्रद्धांजलि, केन्द्र सरकार से की ये मांग - chamba congress Paid tribute to martyrs

शुक्रवार को चंबा कांग्रेस कमेटी ने भारत-चीन विवाद में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि देकर उनकी आत्मा शांति के लिए मौन व्रत रखा. इसी बीच जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नीरज नैय्यर ने कहा कि सरकार को ये बताना चाहिए कि घाटी में चीनी सैनिक कैसे घुसे.

chamba congress commitee
चंबा कांग्रेस कमेटी
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Published : Jun 26, 2020, 7:23 PM IST

Updated : Jun 26, 2020, 7:41 PM IST

चंबा: बारत-चीन सीमा विवाद में एक कर्नल समेत 20 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद से देश भर में चीन के खिलाफ लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. जिला मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नीरज नैय्यर की अगुवाई में डीसी ऑफिस के बाहर भारत-चीन विवाद में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि देकर उनकी आत्मा शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया.

जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीरज नैय्यर ने कहा कि आज पूरे देश में कांग्रेस पार्टी शहीद दिवस मना रही है, जिसके चलते चंबा में भी भारत-चीन विवाद में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि दी गई है. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को चीन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी हुई है, लेकिन सरकार को पहले ये बताना होगा कि गलवान घाटी में चीन के सैनिक कैसे घुसे.

नीरज नैय्यर ने कहा कि भारत को चीन से व्यापारिक रिश्ते खत्म कर देना चाहिए और चीन की जो कंपनियां भारत में काम कर रही हैं, उनको भी बंद कर देना चाहिए. वहीं, नैय्यर ने केन्द्र सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि सरकार को जनता से अपनी नाकामी नहीं छुपानी चाहिए.

बता दें कि गलवान नदी, जो अपने मूल स्थान से काराकोरम में 80 किलो मीटर पश्चिम में निकलते हुए अक्साई चिन और पूर्वी लद्दाख से होकर श्योक नदी में मिलती है. यह क्षेत्र में रणनीतिक तौर पर बेहद अहम है. यह ही कारण है कि सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव बना हुआ है. LAC के पास गलवान घाटी एक ऐसी जगह का नाम है, जहां हिमालयी पहाड़ों से नीचे की ओर एक धारा बह रही है, जिसे गलवान कहा जाता है.

गौरतलब है कि इस जगह का नाम गुलाम रसूल शाह उर्फ गलवान के नाम पर रखा गया था, जो कश्मीरी मूल के थे और उनके पूर्वज, कर्रा गलवान, तत्कालीन डोगरा शासकों के डर और दमन के कारण, कश्मीर से भाग गए थे और बाल्टिस्तान में बस गए थे.

ये भी पढ़ें: हमीरपुर कांग्रेस ने गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को दी श्रद्धांजलि, केंद्र सरकार से की ये मांग

चंबा: बारत-चीन सीमा विवाद में एक कर्नल समेत 20 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद से देश भर में चीन के खिलाफ लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. जिला मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नीरज नैय्यर की अगुवाई में डीसी ऑफिस के बाहर भारत-चीन विवाद में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि देकर उनकी आत्मा शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया.

जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीरज नैय्यर ने कहा कि आज पूरे देश में कांग्रेस पार्टी शहीद दिवस मना रही है, जिसके चलते चंबा में भी भारत-चीन विवाद में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि दी गई है. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को चीन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी हुई है, लेकिन सरकार को पहले ये बताना होगा कि गलवान घाटी में चीन के सैनिक कैसे घुसे.

नीरज नैय्यर ने कहा कि भारत को चीन से व्यापारिक रिश्ते खत्म कर देना चाहिए और चीन की जो कंपनियां भारत में काम कर रही हैं, उनको भी बंद कर देना चाहिए. वहीं, नैय्यर ने केन्द्र सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि सरकार को जनता से अपनी नाकामी नहीं छुपानी चाहिए.

बता दें कि गलवान नदी, जो अपने मूल स्थान से काराकोरम में 80 किलो मीटर पश्चिम में निकलते हुए अक्साई चिन और पूर्वी लद्दाख से होकर श्योक नदी में मिलती है. यह क्षेत्र में रणनीतिक तौर पर बेहद अहम है. यह ही कारण है कि सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव बना हुआ है. LAC के पास गलवान घाटी एक ऐसी जगह का नाम है, जहां हिमालयी पहाड़ों से नीचे की ओर एक धारा बह रही है, जिसे गलवान कहा जाता है.

गौरतलब है कि इस जगह का नाम गुलाम रसूल शाह उर्फ गलवान के नाम पर रखा गया था, जो कश्मीरी मूल के थे और उनके पूर्वज, कर्रा गलवान, तत्कालीन डोगरा शासकों के डर और दमन के कारण, कश्मीर से भाग गए थे और बाल्टिस्तान में बस गए थे.

ये भी पढ़ें: हमीरपुर कांग्रेस ने गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को दी श्रद्धांजलि, केंद्र सरकार से की ये मांग

Last Updated : Jun 26, 2020, 7:41 PM IST
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