चंबा: मानसून के दस्तक देने से पहले ही चंबा जिला के विभिन्न हिस्सों में आसमान से कहर बरपा है. जनजातीय क्षेत्र भरमौर में आसमानी बिजली गिरने से दो भेड़ पालकों की 140 भेड़-बकरियां काल का ग्रास बन गई. गैर जनजातीय क्षेत्र की ग्राम पंचायत लेच के गांव अप्पर लेच में ग्रामीण का मकान तहस-नहस हो गया , जबकि दो से 3 मकानों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचने की भी सूचना है.
बुधवार शाम को हुई भारी बारिश से चंबा-भरमौर नेशनल हाईवे पर पूरी तरह से जाम लग गया है. हाईवे के किनारे बसे गांव में लोगों के घरों में पानी घुस गया है. इसके अलावा चंबा भरमौर एनएच स्थित जरंगला में पावर ग्रिड के परिसर में मलवा घुस गया है और बकाण पुल के पास ऊपर की तरफ से लगातार मलबा गिर रहा है, जिसके चलते वाहनों की आवाजाही ठप्प पड़ी हुई है.
वहीं, कुरांह गांव में नायब तहसीलदार के घर में पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा घुस आया है. कल सुई और जांघी में डेढ़ दर्जन घरों में पानी और मलबा घुसने से अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है. बहरहाल सूचना मिलते ही विभाग द्वारा तुरंत मशीनों व कर्मचारियों को मार्ग को बहाल करने के लिए भेजा गया है, लेकिन मलबा अधिक होने के कारण मार्ग को बहाल नहीं किया जा सका है.
किसानों की मक्के की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. हालांकि आठ बजे के आसपास बारिश का दौर थमने से लोगों को राहत जरूर मिली है, लेकिन मौसम के रौद्र रूप को देखकर लोगों में दहशत का माहौल बना है. एडीएम भरमौर पीपी सिंह ने आसमानी बिजली गिरने से 140 भेड़ बकरियों के मरने की सूचना की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि गुरुवार को टीम को मौके पर भेजकर जायजा लिया जाएगा. इसके बाद ही पीड़ितों को नियमानुसार प्रशासन राहत प्रदान की जाएगी.