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लॉकडाउन के कारण मंदिर पड़े बंद, रेहड़ी फड़ी वाले रोजी रोटी को तरसे

हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में बाजार पूरी तरह से बंद है. इस बाजार के आसपास लगने वाले रेहड़ी फड़ी भी लॉकडाउन के चलते बंद पड़ी हुई है, जिसके चलते रेहड़ी फड़ी लगाने वाले स्थानीय लोगों को रोजी-रोटी के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

street vendors
मंदिर बंद ,रेहड़ी फड़ी वाले रोजी रोटी को तरसे
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Published : May 22, 2020, 6:50 PM IST

बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में बाजार पूरी तरह से बंद है. इस बाजार के आसपास लगने वाले रेहड़ी फड़ी भी लॉकडाउन के चलते बंद पड़ी हुई है, जिसके चलते रेहड़ी फड़ी लगाने वाले स्थानीय लोगों को रोजी-रोटी के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

नैना देवी मंदिर के आसपास काफी संख्या में रेहड़ी फड़ी लगाई जाती थी, जिसमें खाने-पीने की वस्तुएं और अन्य सामान बेचा जाता था. यह सारा कारोबार बाहर के प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के ऊपर निर्भर था, लेकिन लॉकडाउन के कारण यह कारोबार पूरी तरह बंद हो चुका है.

street vendors
मंदिर बंद ,रेहड़ी फड़ी वाले रोजी रोटी को तरसे

गौरतलब है कि लॉकडाउन से पहले नैना देवी मंदिर में मंगलवार व रविवार के दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता था. वहीं भारी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए आते थे, जिसके चलते रेहड़ी फड़ी वालों की अच्छी कमाई हो जाती थी. इससे उन्हें अपने परिवार को पालने में कोई समस्या नहीं आती थी.

वहीं, पहले हिमाचल ही नहीं पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व विदेशों से भी काफी श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचते थे, लेकिन अब लॉकडाउन के चलते मंदिरों में ताले लटके है. इस कारण श्रद्धालुओं का आना भी बंद हो गया है, जिससे रेहड़ी फड़ी वालों को अपने परिवार का पालन पोषण करने में काफी समस्या हो रही है. रेहड़ी फड़ी वालों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें भी उचित सहायता प्रदान की जाए, ताकि उनके परिवार का पालन पोषण हो सके.

ये भी पढ़ें: बेदर्द अफसरशाही: दिव्यांग महिला के कंधों पर सौंप दी 13 हजार उपभोक्ताओं का बिल जमा करने की जिम्मेदारी

बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में बाजार पूरी तरह से बंद है. इस बाजार के आसपास लगने वाले रेहड़ी फड़ी भी लॉकडाउन के चलते बंद पड़ी हुई है, जिसके चलते रेहड़ी फड़ी लगाने वाले स्थानीय लोगों को रोजी-रोटी के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

नैना देवी मंदिर के आसपास काफी संख्या में रेहड़ी फड़ी लगाई जाती थी, जिसमें खाने-पीने की वस्तुएं और अन्य सामान बेचा जाता था. यह सारा कारोबार बाहर के प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के ऊपर निर्भर था, लेकिन लॉकडाउन के कारण यह कारोबार पूरी तरह बंद हो चुका है.

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मंदिर बंद ,रेहड़ी फड़ी वाले रोजी रोटी को तरसे

गौरतलब है कि लॉकडाउन से पहले नैना देवी मंदिर में मंगलवार व रविवार के दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता था. वहीं भारी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए आते थे, जिसके चलते रेहड़ी फड़ी वालों की अच्छी कमाई हो जाती थी. इससे उन्हें अपने परिवार को पालने में कोई समस्या नहीं आती थी.

वहीं, पहले हिमाचल ही नहीं पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व विदेशों से भी काफी श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचते थे, लेकिन अब लॉकडाउन के चलते मंदिरों में ताले लटके है. इस कारण श्रद्धालुओं का आना भी बंद हो गया है, जिससे रेहड़ी फड़ी वालों को अपने परिवार का पालन पोषण करने में काफी समस्या हो रही है. रेहड़ी फड़ी वालों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें भी उचित सहायता प्रदान की जाए, ताकि उनके परिवार का पालन पोषण हो सके.

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