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शिमला-कांगड़ा NH पर उखड़ी 4 महीने पहले की हुई टारिंग, लोगों ने CM जयराम से की ये मांग

बिलासपुर के ब्रम्हपुखर से लेकर नम्होल-राजघाटी तक टारिंग उखड़ने से सड़क की हालात खराब हो चुकी है. सड़क की खराब दशा के चलते इस सड़क मार्ग पर कई दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी हैं.

शिमला-कांगड़ा राष्ट्रीय उच्च मार्ग
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Published : Aug 14, 2019, 9:23 AM IST

बिलासपुर: शिमला-कांगड़ा राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर जिला बिलासपुर के ब्रम्हपुखर से लेकर नम्होल-राजघाटी तक टारिंग उखड़ने से सड़क की हालत खस्ता हो चुकी है. ध्यान देने वाली बात ये है कि इस मार्ग पर अभी चार महीने पहले ही टारिंग हुई है.

शिमला-कांगड़ा राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर टारिंग का काम एनएचएआई ने एक निजी फर्म से करवाया था. अब कुछ ही महीनों में ये पूरी तरह से ये सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. खराब सड़क होने के कारण स्थानीय लोगों के साथ-साथ यहां से आने-जाने वाले पर्यटक भी परेशान हो रहे हैं.

वीडियो.

टारिंग के काम में लापरवाही इस हद तक बरती गई है कि टारिंग का कार्य समाप्त होने के कुछ दिन बाद ही सड़क में तारकोल उखड़ने लग गया था जिसके चलते सड़क में गहरे गड्ढे पड़ चुके हैं. सड़क की खराब दशा के चलते कई दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी हैं जिसका प्रशासन को कोई सरोकार नहीं है.

स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब इस मार्ग पर टारिंग का कार्य हुआ था तो संबंधित विभाग एनएचएआई के उच्च अधिकारियों ने टारिंग कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा. जब टारिंग करने के कुछ समय बाद ही सड़क उखड़ने लगी तो टारिंग के कार्य के लिए अधिकृत निजी फर्म को करोड़ों रुपये की धनराशि किस आधार पर दी गई.

स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि शीघ्र इस महत्वपूर्ण राजमार्ग की दशा सुधारी जाए, ताकि स्थानीय लोगों और पर्यटकों को परेशानियों का सामना न करना पड़े.

बिलासपुर: शिमला-कांगड़ा राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर जिला बिलासपुर के ब्रम्हपुखर से लेकर नम्होल-राजघाटी तक टारिंग उखड़ने से सड़क की हालत खस्ता हो चुकी है. ध्यान देने वाली बात ये है कि इस मार्ग पर अभी चार महीने पहले ही टारिंग हुई है.

शिमला-कांगड़ा राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर टारिंग का काम एनएचएआई ने एक निजी फर्म से करवाया था. अब कुछ ही महीनों में ये पूरी तरह से ये सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. खराब सड़क होने के कारण स्थानीय लोगों के साथ-साथ यहां से आने-जाने वाले पर्यटक भी परेशान हो रहे हैं.

वीडियो.

टारिंग के काम में लापरवाही इस हद तक बरती गई है कि टारिंग का कार्य समाप्त होने के कुछ दिन बाद ही सड़क में तारकोल उखड़ने लग गया था जिसके चलते सड़क में गहरे गड्ढे पड़ चुके हैं. सड़क की खराब दशा के चलते कई दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी हैं जिसका प्रशासन को कोई सरोकार नहीं है.

स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब इस मार्ग पर टारिंग का कार्य हुआ था तो संबंधित विभाग एनएचएआई के उच्च अधिकारियों ने टारिंग कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा. जब टारिंग करने के कुछ समय बाद ही सड़क उखड़ने लगी तो टारिंग के कार्य के लिए अधिकृत निजी फर्म को करोड़ों रुपये की धनराशि किस आधार पर दी गई.

स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि शीघ्र इस महत्वपूर्ण राजमार्ग की दशा सुधारी जाए, ताकि स्थानीय लोगों और पर्यटकों को परेशानियों का सामना न करना पड़े.

Intro:स्लग -मात्र चार माह में हमीरपुर- शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर जिला
बिलासपुर के ब्रम्हपुखर से लेकर नम्होल राजघाटी तक टारिंग उखड़ने से नाले
का रूप किया धारण ,स्थानीय जनता के आलावा शिमला से मनाली व धर्मशाला की
ओर आवागमन करने वाले पर्यटकों को करना पड़ रहा है भारी परेशानियों काBody:Byte vishulConclusion:स्लग -मात्र चार माह में हमीरपुर- शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर जिला
बिलासपुर के ब्रम्हपुखर से लेकर नम्होल राजघाटी तक टारिंग उखड़ने से नाले
का रूप किया धारण ,स्थानीय जनता के आलावा शिमला से मनाली व धर्मशाला की
ओर आवागमन करने वाले पर्यटकों को करना पड़ रहा है भारी परेशानियों का
सामना , स्थानीय जनता ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से आग्रह किया है कि
शीघ्र इस महत्वपूर्ण राजमार्ग की दशा सुधारी जाए ताकि स्थानीय जनता व
इस राजमार्ग से आवागमन करने वाले पर्यटकों को और परशानियों का सामना करने
के अलावा दुर्घटनाओं से मिल सके निजात ।

ऐ/आई -हमीरपुर- शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर जिला बिलासपुर के
ब्रम्हपुखर से लेकर नम्होल राजघाटी तक टारिंग उखड़ने से खस्ता हालत सड़क
के विभिन्न प्रकार के दृश्य।

वी /ओ - हमीरपुर- शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर जिला बिलासपुर के
ब्रम्हपुखर से लेकर नम्होल राजघाटी तक टारिंग उखड़ने से खस्ता हालत बन
चुकी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब चार माह पूर्व ही इस राष्ट्रीय
उच्च मार्ग पर टारिंग का कार्य एनएचआई ने एक निजी फर्म से करवाया था।
टारिंग का कार्य समाप्त होने के कुछ समय उपरान्त ही सड़क में तालकोल उखड़ने
लग गई जिस कारण वर्तमान समय में सड़क में गहरी ,खाईयां और गड्ढे पड़ चुके
हैं। स्थानीय जनता के आलावा शिमला से मनाली व धर्मशाला की ओर आवागमन करने
वाले पर्यटकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क की खराब
स्थिति के चलते नम्होल व ब्रम्हपुखर आदि स्थानों पर सड़क से धूल उड़ने की
कारण अपने घरों व दुकानों में लोगों बैठना मुश्किल हो चुका है इसके अलावा
सड़क की खराब दशा के चलते कई दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी है जिसका शासन
-प्रशासन को कोई सरोकार नहीं है। स्थानीय जनता का आरोप है कि जब इस
राजमार्ग पर टारिंग का कार्य हुआ था तो संबंधित विभाग एनएचआई के
उत्तरदाई उच्च अधिकारीयों ने टारिंग कार्य में गुणवत्ता का ध्यान ध्यान
क्यों नहीं रखा। इसमें प्रश्न यह प्रश्न पैदा होता है कि जब टारिंग करने
के कुछ समय के उपरान्त ही सड़क उखड़े लग गई तो ऐसी स्थिति में टारिंग के
कार्य के लिए अधिकृत निजी फर्म को करोड़ों रूपए की धनराशि की आदायगी किस
आधार पर की गई। इस प्रकरण में इन सभी बातों को मध्यनजर रखते हुए प्रतीत
होता हो कि इस सारे प्रकरण को मिलीभगत से अंजाम दिया गया है जोकि आम जनता
के साथ सरासर बेमानी व धोखा है। ब्रम्हपुखर से लेकर नम्होल राजघाटी की
स्थानीय जनता ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से आग्रह किया है कि शीघ्र इस
महत्वपूर्ण राजमार्ग की दशा सुधरी जाए ताकि स्थानीय जनता व इस राजमार्ग
से आवागमन करने वाले पर्यटकों को और परशानियों का सामना करने के अलावा
दुर्घटनाओं से निजात मिल सके।

फीडबैक -
(1) अजय ठाकुर दुकानदार निवासी नम्होल। (बाइट )
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