बिलासपुर: दिल्ली किसान आंदोलन के बाद अब हिमाचल में भी बड़ा किसान आंदोलन शुरू होगा. सिरमौर से लाहौल-स्पीति तक किसानों को एकजुट किया जाएगा. जिसके बाद सारी रूपरेखा तैयार करके हिमाचल में भी आंदोलन के रण मैदान में प्रदेश के किसान उतरेंगे. इस बात का ऐलान बिलासपुर पहुंचे (Rakesh Tikait in Bilaspur) किसान नेता राकेश टिकैत ने किया है.
हिमाचल में किसानों की हो रही अनदेखी: बिलासपुर में पत्रकारवार्ता कर राकेश टिकैत ने कहा कि हिमाचल में किसानों की अनदेखी की गई है. यहां पर चल रहे रेलवे, फोरलेन व एयरपोर्ट जैसे बड़े प्रोजेक्टों में लोगों को सही मुआवजा नहीं मिल पाया है, जिसका विरोध अब किसानों के साथ मिलकर पूरे प्रदेश में शुरू किया जाएगा. राकेश टिकैत ने कहा कि बिलासपुर की बात करें तो हिमाचल प्रदेश का पहला ऐसा जिला है, जिसने यहां पर भाखड़ा बांध बनाने के लिए अपने घर तक बलिदान कर दिए लेकिन आज तक भी भूमि का सही मुआवजा स्थानीय लोगों को नहीं मिल पाया है.
दिल्ली के किसान आंदोलन का दूसरा फेज हिमाचल से होगा शुरू: इसी के साथ हिमाचल में किसानों को फसल का मुआवजा और टावर लाइनों का पैसा तक केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा पूरा नहीं दिया गया है. इस सारे मसले को लेकर वह एक देशव्यापी आंदोलन पूरे करेंगे. दिल्ली के किसान आंदोलन का दूसरा फेज हिमाचल से शुरू होने जा रहा है. उन्होंने बताया कि (Kisan Andolan in Himachal) कल वह मंडी जिले में जाकर स्थानीय लोगों सहित किसानों से बात करेंगे. उसके बाद वह कुल्लू में जाकर एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. वह मनाली व लाहौल-स्पीति के किसानों से भी बातचीत कर उनकी सारी समस्याओं को सुनेंगे. जिसके बाद एक सारा प्रारूप तैयार किया जाएगा और हिमाचल में दिल्ली किसान आंदोलन का दूसरा फेज शुरू किया जाएगा.
राकेश टिकैत ने अग्निपथ योजना का किया विरोध: उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार पूरी तरह से विफल रही है. इसी के साथ राकेश टिकैत ने कहा कि देश में युवाओं के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना का वह पूरजोर विरोध करते हैं. इस मसले को लेकर वह जल्द ही सरकार से बात करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अभी तक भी यह साफ नहीं कर पाई है कि चार साल बाद युवा आर्मी से बाहर निकलकर करेंगे क्या.
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