बिलासपुर: प्रदेश में आज भी ऐसे गांव देखने को मिल जाएंगे जो आज भी सड़क सुविधा से महरूम हैं. अगर जैसे-तैसे इन गांव में सड़क पहुंच भी गई है तो सरकार और विभाग की लेटलतीफी के चलते सड़क पक्की नहीं हो पाती है. प्रदेश सरकार द्वारा हर घर तक सड़क पहुंचाने और सड़कों को पक्का करने के दावे खोखले नजर आ रहे हैं. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय विधायक राजेंद्र गर्ग और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री के अपने ही वार्ड की डेढ़ किलोमीटर सड़क अभी तक पक्की नहीं हो पाई है.
स्थानीय विधायक का है वार्ड: नगर परिषद के वार्ड नं 6 टिकरी में लोगों के लिए करीब डेढ़ किलोमीटर सड़क का पक्का होना बरसों बाद भी आज एक सपना ही बनकर रह गया (road problem in Tikri) है. जिसका एक कारण यह भी है कि यह सड़क नगर परिषद के साथ-साथ ग्राम पंचायत घुमारवीं और ग्राम पंचायत दकड़ी के अंतर्गत आती है. हैरत की बात तो यह है कि नगर परिषद घुमारवीं (Municipal Council Ghumarwin) का यह वार्ड स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री का भी है, लेकिन लोगों के लिए फिर भी कोई राहत नहीं है और दो पंचायतें और नगर परिषद मिलकर भी इस डेढ़ किलोमीटर सड़क को आज तक पक्का नहीं कर पाई हैं.
2015 में हुआ था सड़क निर्माण: बता दें कि शहर से सटे कुलारु से कोर्ट रोड तक सड़क की दुर्दशा यह है कि सड़क पर गाड़ी चलाना तो दूर चल पाना भी बेहद मुश्किल है और अगर कहीं बारिश हो गई तो ग्रामीणों के लिए यह सड़क किसी बड़ी आफत से कम नहीं होती. गौर हो की करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण वर्ष 2015-16 में तत्कालीन विधायक राजेश धर्माणी द्वारा करवाया गया था. नगर परिषद की मानें तो यह सड़क लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत आती है.
सड़क के लिए अभी बजट नहीं: ऐसे में रोजाना स्कूल जाने वाले बच्चों, महिलाओं, कोर्ट जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा (Ghumarwin people facing road problem) है. स्थानीय लोगों ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से जल्द इस सड़क को पक्का करने की गुहार लगाई है. वहीं, लोक निर्माण विभाग घुमारवीं के अधिशासी अभियंता दीपक कपिल का कहना है कि इस सड़क के लिए अभी बजट नहीं आया है, लेकिन जहां पर सड़क ज्यादा खराब है जल्द ही उसकी रिपेयर करवा दी जाएगी.
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