बिलासपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंडी के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भाजपा ने हद कर दी. यहां तक कि श्री नैना देवी माता के लंगर से 3,000 लोगों के लिए फूड पैकेट की व्यवस्था की गई. भाजपा ने माता के मंदिर को भी नहीं छोड़ा. यह बात बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व विधायक रामलाल ठाकुर ने जनसंपर्क अभियान में नकराना-सोयाना में आयोजित कार्यक्रम के में पत्रकार वार्ता में कही. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन नववर्ष मेले के दौरान लंगरों को अनुमति नहीं दे रहा, जबकि पंजाब में हर जगह लंगर चलते हैं. लंगर परोसने से कोरोना नहीं आता. उन्होंने यह भी कहा कि श्रद्धालु मंदिर में चढ़ावा चढ़ाते हैं, नकद पैसे, चांदी के छत्र व नेत्र अर्पित करते हैं तो क्या उससे कोरोना नहीं आता.
उन्होंने कहा कि जो गरीब श्रद्धालु मंदिर आते हैं, उनके लिए खानपान की व्यवस्था बहुत जरूरी है और इसके लिए जिला प्रशासन को लंगर के लिए अनुमति प्रदान करनी चाहिए. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सरकारी खजाने का खुलकर (MLA Ramlal Thakur on BJP) दुरुपयोग किया गया. इसके अलावा भाजपा सरकार द्वारा सरकारी अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे 25-25 कर्मचारियों को लेकर इस रैली में पहुंचें.
लोक निर्माण विभाग, उद्यान विभाग, कृषि विभाग से काफी संख्या में कर्मचारी इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गए थे. केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारें हालांकि डबल इंजन की सरकार का गुणगान करती हैं लेकिन ये दोनों ही सरकारें पूरी तरह से फेल हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से महंगाई इन सरकारों के दौर में बढ़ी है, उससे गरीब जनता का जीना दूभर हो चुका है.
कुछ छुटभैया नेता श्री नैना देवी मंदिर (MLA Ramlal on Naina Devi Temple) द्वारा संचालित शुद्ध देसी घी की दुकान को ठेके पर देने का कार्य करने जा रहे हैं, जिस पर उन्होंने प्रशासन को आगाह किया कि वह इस दुकान को किसी भी तरह से ठेके पर न दे. मंदिर न्यास की यह दुकान श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु काफी कारगर सिद्ध हुई है. इस दुकान में बनी मिठाई बेसन व बर्फी, कड़ाह-प्रसाद के रूप में दूर-दूर तक श्रद्धालु लेकर जाते हैं और कई तो इस दुकान के बने बेसन और बर्फी के प्रोडक्ट को बहुत ज्यादा पसंद करते हैं. देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक श्रद्धालु इस मिठाई का प्रसाद मंगवाते हैं. किसी भी कीमत पर इस दुकान का निजीकरण नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यहां पर स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिला है. यदि ऐसा किया गया तो वे बेरोजगार हो जाएंगे.