बिलासपुर: जिले के ओयल गांव में तेंदुआ कंटीली तारों में अपने आप ही फंस गया. स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी जानकारी फौरन वन विभाग को दी. विभाग की विशेष टीम ने लगभग तीन घंटों के रेस्क्यू के बाद तेंदुए को बेहोश करने के बाद उसे पकड़ा गया. घटना सोमवार सुबह की बताई जा रही है. विभाग की टीम ने तेंदुए को सफलतापूर्वक पकड़ कर शिमला के टूटीकंडी में स्थित वन विभाग के रिहेबिलिटेशन सेंटर में भेज दिया गया है.
इस बारे में वन विभाग बिलासपुर के सहायक अरण्यपाल प्रदीप कुमार ने बताया कि विभाग को सुबह करीब साढ़े छह बजे सूचना मिली थी कि बिलासपुर के ओयल क्षेत्र में एक तेंदुआ किसी की बाड़ में फंसा हुआ है. जिस पर तुरंत विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्त के बाद तेंदुए को पकड़ने में सफलता हासिल की गई. इस दौरान तेंदुए का मेडिकल प्रशिक्षण भी करवाया गया और उसके बाद उसे टूटीकंडी शिमला भेज दिया गया.
बता दें कि एक साल से तेंदुए ने इस क्षेत्र में आंतक मचा रखा था. यहां पर कई लोगों के बकरियों को भी अपना शिकार बना चुका था, जिसके चलते स्थानीय लोगों ने पहले से ही इसकी जानकारी वन विभाग को दे रखी थी, लेकिन यह तेंदुआ विभाग की ओर से भी पकड़ में नहीं आ रहा था. इस तेंदुे के कारण क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल बना हुआ था. जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह के समय जब स्थानीय लोग खेतों में कार्य करने के जा रहे थे तो उन्हें यह तेंदुआ रास्ते में मिला.
जहां पर यह तेंदुआ पकड़ा गया वहां से महज 200 मीटर की दूरी पर उपायुक्त आवास और डीएफओ आवास है. ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस बात का भय बना हुआ था. उधर, बिलासपुर सहायक वन अरण्यपाल (Bilaspur Assistant Forest Conservator) प्रदीप कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही टीम मौके पर रवाना हो गई थी और तेंदुए को पकड़ लिया गया. तेंदुए को वन विभाग के रिहैबिलिटेशन सेंटर शिमला में भेज दिया गया है.
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