बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ ने शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह द्वारा अध्यापकों पर दिए गए बयान की कड़ी निंदा की है. उल्लेखनीय है कि शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य ने शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को राजनीतिक द्वेष से काम न करने की चेतावनी दी है.
बता दें कि बीते दिन सुन्नी में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उनकी नजर में शिक्षकों सहित कुछ ऐसे अधिकारी कर्मचारी हैं, जो भाजपा के कार्यकर्ताओं की तरह कार्य कर रहे हैं और जनता को परेशान कर रहे हैं. कांग्रेस सरकार आने पर उन्हें पटक-पटक कर प्रदेश के दूरदराज क्षेत्र में भेजने का काम किया जाएगा.
हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ ने विधायक के इस बयान की कड़ी निंदा की है. संघ के अध्यक्ष केसर सिंह ठाकुर और महासचिव संजीव ठाकुर ने कहा कि कर्मचारी प्रशासन की रीढ़ होती है जो भी सरकार आती है. उस सरकार की नीतियों को ईमानदारी से लागू करना कर्मचारियों का कर्तव्य होता है.
संजीव ठाकुर ने कहा कि अध्यापक समाज का आइना होता है वो एक आदर्श समाज का निर्माण करने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहता है वो समाज को नई दिशा प्रदान करता है, लेकिन ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ नेता एक बेहतर सामाज का निर्माण करने वालों पर उंगलिया उठाते हैं और अपनी भाषा की मर्यादा भी भूल जाते हैं.
अभी हाल ही में एक कैबनेट मंत्री द्वारा जब अध्यापकों अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था तो विधायक विक्रमादित्य द्वारा उस बयान की कड़े शब्दों में निंदा की गई थी, लेकिन उन्होंने अध्यापकों को पटक पटक कर फेंकने की बाद कर अध्यापकों को डराने धमकाने का कृत्य किया है.
संघ के पदाधिरियों ने विधायक के इस बयान की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि विधायक विक्रमादित्य सिंह अपने पिता के आदर्शों पर चलने की बात कर रहे थे. उनके पिता स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने हमेशा कर्मचारियों का सम्मान किया है और कर्मचारियों को कभी भी राजनीतिक आधार पर प्रताड़ित नहीं किया है, लेकिन विधायक विक्रमादित्य सिंह अपने पिता के आदर्शों पर चलने की बात को भूल चुके हैं और आज अपने रास्ते से भटक चुके हैं.
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