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भ्रष्टाचार मामले में कोट थाना का एक हेड कांस्टेबल सस्पेंड, SP विजिलेंस को भेजी गई रिपोर्ट - Corruption case

शिकायतकर्ताओं की ओर से भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद एसपी दिवाकर शर्मा ने कोट थाने के हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है. इस मामले की जांच का जिम्मा एएसपी अमित शर्मा को सौंपा गया है.

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Published : Apr 22, 2021, 9:57 PM IST

बिलासपुर: जिले के कोट थाने में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने पर पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने कार्रवाई अमल में लाई है. एसपी ने एक हेड कांस्टेबल को निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया है. साथ ही, इस मामले की विभागीय जांच भी बिठा दी गई है, जिसका जिम्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित शर्मा को सौंपा गया है.

वहीं, इस मामले की रिपोर्ट मंडी में कार्यरत विजिलेंस के एसपी को भेज दी गई है. उस ओर से भी इस संदर्भ में जांच की जाएगी. जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. एसपी दिवाकर शर्मा ने सभी थाना प्रभारियों को अनुशासन बनाए रखने और अपनी डयूटी का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठा से करने की नसीहत दी है.

शिकायत पर हुई कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक कोट थाना में कार्यरत उक्त हेड कांस्टेबल मजारी दबट बीट में बतौर प्रभारी थे. दरअसल, मजारी व दबट का एरिया लोकल शराब के कारोबार के लिए मशहूर है और कई बार उस इलाके में पुलिस ने कार्रवाई की है. इस तरह की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए बाकायदा एक टीम तैनात की गई थी. लेकिन, बीते दिन एक शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस अधीक्षक के ध्यान में मामला लाया गया जिसके तहत हेड कांस्टेबल की भागीदारी भ्रष्टाचार के मामले में संदिग्ध पाई गई है. शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है और संबंधित पुलिस थाना प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

इस मामले की होगी विभागीय जांच

इस मामले में विभागीय जांच भी बिठाई गई है और जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर अब अगली कार्रवाई की जाएगी. उधर, इस संदर्भ में बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने बताया कि मामला संवेदनशील है और एक सरकारी मुलाजिम के साथ जुड़ा हुआ है. इस पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए हेड कांस्टेबल को सस्पेंड किया गया है और पुलिस थाना प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. साथ ही, विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है जिसका जिम्मा एएसपी को दिया गया है.

एसपी विजिलेंस को भी दी गई सूचना

पिछले दिन नयनादेवी के डीएसपी की ओर से सूचित किया गया कि उक्त हेड कांस्टेबल के खिलाफ एक शिकायत आई है. मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा होने के चलते इस पर एक्शन लिया गया. इसकी सूचना विजिलेंस मंडी के एसपी को भी भेजी गई है. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा.

थाना प्रभारियों को अनुशासन बनाए रखने के निर्देश

पुलिस अधीक्षक ने बिलासपुर में ज्वाइन करने के बाद कोट थाना के निरीक्षण के दौरान खामी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से उस दौरान वहां पर कार्यरत इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया था. इसके साथ ही थानों के निरीक्षण के दौरान डयूटी से नदारद कर्मियों व अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की है. उन्होंने थाना प्रभारियों को अनुशासन व डयूटी के प्रति कर्तव्यनिष्ठा बनाए रखने के लिए निर्देश दिए हैं. दिवाकर शर्मा ने दो टूक कहा कि यदि कोई भी कर्मचारी अनुशासन तोड़ता है या फिर किसी भी मामले में संदिग्ध पाया गया तो उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: जिला प्रशासन ने लगाई नई बंदिशें, सुबह 9 से शाम 7 बजे तक ही खुलेंगी दुकानें

बिलासपुर: जिले के कोट थाने में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने पर पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने कार्रवाई अमल में लाई है. एसपी ने एक हेड कांस्टेबल को निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया है. साथ ही, इस मामले की विभागीय जांच भी बिठा दी गई है, जिसका जिम्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित शर्मा को सौंपा गया है.

वहीं, इस मामले की रिपोर्ट मंडी में कार्यरत विजिलेंस के एसपी को भेज दी गई है. उस ओर से भी इस संदर्भ में जांच की जाएगी. जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. एसपी दिवाकर शर्मा ने सभी थाना प्रभारियों को अनुशासन बनाए रखने और अपनी डयूटी का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठा से करने की नसीहत दी है.

शिकायत पर हुई कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक कोट थाना में कार्यरत उक्त हेड कांस्टेबल मजारी दबट बीट में बतौर प्रभारी थे. दरअसल, मजारी व दबट का एरिया लोकल शराब के कारोबार के लिए मशहूर है और कई बार उस इलाके में पुलिस ने कार्रवाई की है. इस तरह की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए बाकायदा एक टीम तैनात की गई थी. लेकिन, बीते दिन एक शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस अधीक्षक के ध्यान में मामला लाया गया जिसके तहत हेड कांस्टेबल की भागीदारी भ्रष्टाचार के मामले में संदिग्ध पाई गई है. शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है और संबंधित पुलिस थाना प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

इस मामले की होगी विभागीय जांच

इस मामले में विभागीय जांच भी बिठाई गई है और जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर अब अगली कार्रवाई की जाएगी. उधर, इस संदर्भ में बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने बताया कि मामला संवेदनशील है और एक सरकारी मुलाजिम के साथ जुड़ा हुआ है. इस पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए हेड कांस्टेबल को सस्पेंड किया गया है और पुलिस थाना प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. साथ ही, विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है जिसका जिम्मा एएसपी को दिया गया है.

एसपी विजिलेंस को भी दी गई सूचना

पिछले दिन नयनादेवी के डीएसपी की ओर से सूचित किया गया कि उक्त हेड कांस्टेबल के खिलाफ एक शिकायत आई है. मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा होने के चलते इस पर एक्शन लिया गया. इसकी सूचना विजिलेंस मंडी के एसपी को भी भेजी गई है. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा.

थाना प्रभारियों को अनुशासन बनाए रखने के निर्देश

पुलिस अधीक्षक ने बिलासपुर में ज्वाइन करने के बाद कोट थाना के निरीक्षण के दौरान खामी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से उस दौरान वहां पर कार्यरत इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया था. इसके साथ ही थानों के निरीक्षण के दौरान डयूटी से नदारद कर्मियों व अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की है. उन्होंने थाना प्रभारियों को अनुशासन व डयूटी के प्रति कर्तव्यनिष्ठा बनाए रखने के लिए निर्देश दिए हैं. दिवाकर शर्मा ने दो टूक कहा कि यदि कोई भी कर्मचारी अनुशासन तोड़ता है या फिर किसी भी मामले में संदिग्ध पाया गया तो उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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