बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर बिलासपुर जिले के घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. इस दौरान वन मंत्री ने भराड़ी वन क्षेत्र के अंतर्गत सिल्वीकल्चर फेमिंग के जरिए किए जा रहे चीड़ के पेड़ों का रिजनरेशन के कार्य का जायजा लिया.
पर्यावरण संरक्षण और प्रदेश राजस्व को बढ़ाने के मकसद हिमाचल प्रदेश में चीड़ के जंगलों में सिल्वीकल्चर फेमिंग कार्य कर चीड़ के पेड़ों का रिजनरेशन किया गया जा रहा है. घुमारवीं के निहारी स्थित चीड़ के जंगल का जयाजा लेने वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर पहुंचे थे. वन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को जल्द से जल्द सिल्वीकल्चर फेमिंग कार्य पूरा करने के आदेश भी दिए.
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार चीड़ के पेड़ों का रिजनरेशन किया जा रहा है ताकि पुराने पेड़ों को काटकर नए पेड़ लगाए जाएं जिससे पर्यावरण तो संरक्षित रहेगा साथ ही राजस्व भी बढ़ेगा. प्रदेश में अवैध कटान मामले को लेकर पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व वीरभद्र सरकार के कार्यकाल के दौरान बिलासपुर जिले के नैनादेवी सहित चम्बा जिला में हजारों पेड़ों का अवैधरूप से कटान किया गया था जिसके बाद वर्तमान सरकार इस तरह के मामलों पर शिकंजा कसने का काम कर रही है जिसका ये नतीजा निकल रहा है कि प्रदेश में अवैध कटान के मामलों में कमी आई है.