बिलासपुर: प्रदेश के वन एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया शनिवार को अपने गृहक्षेत्र नूरपुर जा रहे थे, तभी वो जिला के सर्किट हाउस में रुककर पत्रकारों से रूबरू हुए. इसी बीच उन्होंने कहा कि क्षेत्र में जंगलों के जरिए रोजगार के साधन विकसित किए जाएंगे और लोगों को रोजगार दिया जाएगा.
वन एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने बताया कि हिमाचल में 66 प्रतिशत एरिया जंगलों के अधीन आता है और जंगल हमारे लिए बेशकीमती हैं, इसलिए वनों से ज्यादा से ज्यादा रेवेन्यू जुटाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बड़े स्तर पर जगंलों को लेकर प्लानिंग की जाएगी और वन विभाग के अधीन जो प्रोजेक्ट बिलासपुर, पावंटा साहिब व नूरपुर में चल रहे हैं, उनके जरिए भी ज्यादा से ज्यादा राजस्व जुटाने के लिए नई योजनाओं पर काम किया जाएगा.
राकेश पठानिया ने कहा कि जंगलों में खैर और चीड़ के पेड़ आमदनी का बड़ा सोर्स है और खैर व चीड़ को कैश क्रॉप बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्लान तैयार करवाया जाएगा, जिसके तहत बेरोजगार युवाओं के लिए घर पर ही स्वरोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे. साथ ही कहा कि युवाओं के लिए प्रदेश में खेल पॉलिसी लागू की जाएगी, ताकि युवा वर्ग लाभ हो सके.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में गुरुवार को कैबिनेट विस्तार किया गया है. राज्यपाल ने तीन नए मंत्रियों सुखराम चौधरी, राकेश पठानिया और राजेंद्र गर्ग को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
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