बिलासपुरः घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए राहत की खबर है. घुमारवीं में पेयजल की कमी को दूर करने के लिए सतलुज नदी से पानी उठाया जाएगा. जिसपर लगभग 53 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं.
भटोली के समीप सतलुज नदी पर बन रहे इनटेक स्ट्रक्चर का रविवार को खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिंद्र गर्ग ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया. इस अवसर पर उन्होंने बताया कि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों के पीने के पानी की समस्या का समाधान करने के लिए प्रदेश सरकार ने घुमारवीं के लिए सतलुज नदी से 53 करोड़ रुपये की लगात से निर्मित होने वाली उठाऊ पेयजल योजना स्वीकृत की गई है. उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया.
घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों को मिलेगा गुणवत्तायुक्त शुद्ध जल
इस दौरान मंत्री राजिंद्र गर्ग ने कहा कि पेयजल योजना भटोली के पास सतलुज से बनकर तैयार होगी, जिसका काम तीव्रता के साथ चला हुआ. उन्होंने बताया कि पेयजल योजना का आधुनिक तकनीक के साथ निर्माण किया जा रहा है. सतलुज नदी से पानी उठाकर दूसरी स्टेज तक ले जाया जाएगा. जहां पर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर पानी की गुणवत्ता, शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाएगा, ताकि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों को गुणवत्तायुक्त शुद्ध जल उपलब्ध करवाया जा सके.
सतलुज नदी के पानी से फीड किया जाएगा
इस योजना में सतलुज नदी से पानी उठाकर बड़े टैंकों तक पहुचाया जाएगा. इसके लिए एक टैंक मैहरन और दूसरा टैंक लदरौर और तीसरा टैंक रोपा में बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र में पीने के पानी की सभी योजनाओं को सतलुज नदी के पानी से फीड किया जाएगा, ताकि के लोगों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध करवाया जा सके.
जून, 2022 तक योजना होगी पूरी
इस योजना को आगामी जून, 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लिए सतलुज नदी से जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत बनने वाली इस महत्वकांक्षी पेयजल योजना का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. पेयजल योजना जिसकी अनुमानित लागत 53 करोड़ रुपये है, जिसके तहत 32 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है.
जल भण्डारण टैंक की क्षमता 7 लाख लीटर
उन्होंने बताया कि इस योजना का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा इनटेक स्ट्रक्चर है जो नदी के बीच में बनकर तैयार हो रहा है. उसका कार्य लगभग 40 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है. इसके साथ मुख्य जल भण्डारण टैंक जिसकी क्षमता 7 लाख 75 हजार लीटर है, उसका कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है.
रोपा में बनने वाले भण्डारण टैंक जिसकी क्षमता 4 लाख 60 हजार लीटर
उन्होंने बताया कि गांव रोपा में बनने वाले भण्डारण टैंक जिसकी क्षमता 4 लाख 60 हजार लीटर है. उसका कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है. उस टैंक से रोपा, नाल्टी पेहड़वी व औहर की तरफ पानी की आपूर्ति की जाएगी. इसके बाद लदरौर में भी 2 लाख 86 हजार लीटर के टैंक का निर्माण लगभग 85 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है, जिससे लगभग 5 पंचायतें घण्डालवीं, पन्तेहड़ा, हम्बोट, तडौन व बरोटा लाभान्वित होंगी. उन्होंने बताया कि विभिन्न व्यास की पाइपों को बिछाने का कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है.
लदरौर की तरफ बिछाई जाने वाली पाइप लाइन का कार्य लगभग 40 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है और बद्धाधाट की तरफ जाने वाली पाइप लाइन का कार्य भी लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है. रोपा टैंक को आने वाली पाइप लाइन का कार्य भी लगभग 75 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है. साथ ही राइजिंग मेन पाइप का कार्य भी लगभग 50 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है.
ये भी पढ़ें- हिमाचल के बेटे-बेटियों का कमाल, कोई लेफ्टिनेंट तो कोई बना सब लेफ्टिनेंट