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FOUR MAJOR PROJECTS OF BILASPUR: हिमाचल के इस जिले में केंद्र की चार बड़ी परियोजनाओं पर कार्य जारी

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Published : Jan 3, 2022, 6:49 PM IST

वर्तमान समय में बिलासपुर जिला में केंद्र के सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट चलाए गए (dc bilaspur on Kiratpur Nerchowk Fourlane) हैं. जिसमें स्वास्थ्य के लिए एम्स, शिक्षा के लिए देश का पहला हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, सड़क सुविधा के लिए किरतपुर-नेरचौक फोरलेन व रेल सुविधा के लिए भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह रेल लाइन (FOUR MAJOR PROJECTS OF BILASPUR) शामिल है.

FOUR MAJOR PROJECTS OF BILASPUR
किरतपुर-नेरचौक निर्माणाधीन फोरलेन

बिलासपुर: बिलासपुर जिला हिमाचल प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है, जहां पर सबसे ज्यादा केंद्र के प्रोजेक्ट वर्तमान में कार्य कर रहे (bilaspur central government projects) हैं. स्वास्थ्य के लिए एम्स, शिक्षा के लिए देश का पहला हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, सड़क सुविधा के लिए किरतपुर-नेरचौक फोरलेन व रेल सुविधा के लिए भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह रेल लाइन (FOUR MAJOR PROJECTS OF BILASPUR) है.

किरतपुर-नेरचौक निर्माणाधीन फोरलेन की बात करें तो, 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा. इस फोरलेन का कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है. एक ओर जहां इस फोरलेन के अंतर्गत टनल का काम चलल रहा है. वहीं दूसरी ओर ब्रिज, फ्लाईओवर के अलावा कई स्थानों पर टारिंग का काम भी जोरों पर है. इस फोरलेन का लाभ लोगों को जल्द ही मिलेगा. हालांकि फोरलेन निर्माण कार्य में जुटी कंपनी बीच में ही काम छोड़कर चली गई थी, लेकिन अब फोरलेन के कार्य की जिम्मेदारी हरियाणा की निजी गाबर कंपनी पर है. वर्तमान में इस फोरलेन का कार्य (development projects in bilaspur) जारी है.

वीडियो.
कयास लगाए जा रहे हैं कि फोरलेन का कार्य वर्ष 2024 फरवरी तक पूरा कर लिया (Bhanupali Bilaspur Leh Rail Line) जाएगा. लक्ष्य पूरा करने को लेकर कंपनी प्रशासन की ओर से लगातार कार्य जारी है. किरतपुर नेरचौक फोरलेन के अंतर्गत पांच टनल्स होंगी. इसमें से टनल-1 मैहला टनल का काम काफी पूरा हो चुका है. इस टनल के दोनों छोर आपस में मिल गए हैं. अभी करीब 300 मीटर कार्य शेष बचा हुआ (Kiratpur-Nerchowk Fourlane in bilaspur) है. 1800 मीटर इस टनल को बनाने के लिए करीब आठ साल तक का समय बीत गया है. हालांकि निर्माण कार्य बीच में ही बाधित होने के चलते इस तरह की समस्या उत्पन्न हुई, लेकिन अब वर्तमान कंपनी की ओर से इस कार्य को सिरे चढ़ा दिया गया है.

बता दें 2014 में इस टनल का कार्य शुरू हुआ (Hydro Engineering College bilaspur) था. अब जाकर इस टनल का काम पूरा हो पाया है. वहीं, टनल-2 स्वारघाट क्षेत्र के जाबल में है. इसके अलावा टनल-3 तुन्न का काम जारी है. वहीं, जिला बिलासपुर के अंतर्गत टनल-4 मल्यावर के टीहरा में है. जिसे टीहरा टनल का नाम दिया गया है. वहीं, किरतपुर-नेरचौक फोरलेन के तहत टनल-5 मंडी जिला के अंतर्गत सुंदरनगर क्षेत्र के गांव बुहानी में है. कंपनी की ओर से जून माह तक सभी टनल्स का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ (AIIMS in bilaspur) है. किरतपुर-नेरचौक फोरलेन के तहत पांच टनल का निर्माण होगा. इसमें एक टनल का अधिकतर काम पूरा हो चुका है. वहीं, अन्य तीन टनल टीहरा टनल का काम भी महज 300 मीटर ही शेष बचा हुआ है. अन्य तीन टनल का काम भी युद्ध स्तर पर जारी है, जोकि जून माह तक पूरा कर लिया जाएगा.

वहीं, उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय (dc bilaspur on bilaspur projects) का कहना है कि फोरलेन के कार्य को लेकर समय-समय पर फीडबैक ली जाती है. जिला के अंतर्गत फोरलेन के तहत बन रही चार टनल का काम आगामी जून माह तक पूरा हो जाएगा. अभी हाल ही में मैहला टनल के दोनों छोर आपस में मिल गए हैं. वहीं, मल्यावर टीहरा टनल का काम भी 300 मीटर ही शेष बचा हुआ है. इसके अलावा अन्य दो टनल का काम भी जोरों पर (dc bilaspur on Kiratpur Nerchowk Fourlane) हैं. कंपनी द्वारा 2024 तक इस फोरलेन का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

ये भी पढ़ें: कोटगढ़ खनेटी छात्र संगठन का गेयटी थियेटर में वार्षिक समारोह, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष रहे मौजूद

बिलासपुर: बिलासपुर जिला हिमाचल प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है, जहां पर सबसे ज्यादा केंद्र के प्रोजेक्ट वर्तमान में कार्य कर रहे (bilaspur central government projects) हैं. स्वास्थ्य के लिए एम्स, शिक्षा के लिए देश का पहला हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, सड़क सुविधा के लिए किरतपुर-नेरचौक फोरलेन व रेल सुविधा के लिए भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह रेल लाइन (FOUR MAJOR PROJECTS OF BILASPUR) है.

किरतपुर-नेरचौक निर्माणाधीन फोरलेन की बात करें तो, 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा. इस फोरलेन का कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है. एक ओर जहां इस फोरलेन के अंतर्गत टनल का काम चलल रहा है. वहीं दूसरी ओर ब्रिज, फ्लाईओवर के अलावा कई स्थानों पर टारिंग का काम भी जोरों पर है. इस फोरलेन का लाभ लोगों को जल्द ही मिलेगा. हालांकि फोरलेन निर्माण कार्य में जुटी कंपनी बीच में ही काम छोड़कर चली गई थी, लेकिन अब फोरलेन के कार्य की जिम्मेदारी हरियाणा की निजी गाबर कंपनी पर है. वर्तमान में इस फोरलेन का कार्य (development projects in bilaspur) जारी है.

वीडियो.
कयास लगाए जा रहे हैं कि फोरलेन का कार्य वर्ष 2024 फरवरी तक पूरा कर लिया (Bhanupali Bilaspur Leh Rail Line) जाएगा. लक्ष्य पूरा करने को लेकर कंपनी प्रशासन की ओर से लगातार कार्य जारी है. किरतपुर नेरचौक फोरलेन के अंतर्गत पांच टनल्स होंगी. इसमें से टनल-1 मैहला टनल का काम काफी पूरा हो चुका है. इस टनल के दोनों छोर आपस में मिल गए हैं. अभी करीब 300 मीटर कार्य शेष बचा हुआ (Kiratpur-Nerchowk Fourlane in bilaspur) है. 1800 मीटर इस टनल को बनाने के लिए करीब आठ साल तक का समय बीत गया है. हालांकि निर्माण कार्य बीच में ही बाधित होने के चलते इस तरह की समस्या उत्पन्न हुई, लेकिन अब वर्तमान कंपनी की ओर से इस कार्य को सिरे चढ़ा दिया गया है.

बता दें 2014 में इस टनल का कार्य शुरू हुआ (Hydro Engineering College bilaspur) था. अब जाकर इस टनल का काम पूरा हो पाया है. वहीं, टनल-2 स्वारघाट क्षेत्र के जाबल में है. इसके अलावा टनल-3 तुन्न का काम जारी है. वहीं, जिला बिलासपुर के अंतर्गत टनल-4 मल्यावर के टीहरा में है. जिसे टीहरा टनल का नाम दिया गया है. वहीं, किरतपुर-नेरचौक फोरलेन के तहत टनल-5 मंडी जिला के अंतर्गत सुंदरनगर क्षेत्र के गांव बुहानी में है. कंपनी की ओर से जून माह तक सभी टनल्स का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ (AIIMS in bilaspur) है. किरतपुर-नेरचौक फोरलेन के तहत पांच टनल का निर्माण होगा. इसमें एक टनल का अधिकतर काम पूरा हो चुका है. वहीं, अन्य तीन टनल टीहरा टनल का काम भी महज 300 मीटर ही शेष बचा हुआ है. अन्य तीन टनल का काम भी युद्ध स्तर पर जारी है, जोकि जून माह तक पूरा कर लिया जाएगा.

वहीं, उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय (dc bilaspur on bilaspur projects) का कहना है कि फोरलेन के कार्य को लेकर समय-समय पर फीडबैक ली जाती है. जिला के अंतर्गत फोरलेन के तहत बन रही चार टनल का काम आगामी जून माह तक पूरा हो जाएगा. अभी हाल ही में मैहला टनल के दोनों छोर आपस में मिल गए हैं. वहीं, मल्यावर टीहरा टनल का काम भी 300 मीटर ही शेष बचा हुआ है. इसके अलावा अन्य दो टनल का काम भी जोरों पर (dc bilaspur on Kiratpur Nerchowk Fourlane) हैं. कंपनी द्वारा 2024 तक इस फोरलेन का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

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