बिलासपुर: बिलासपुर पुलिस ने 10 करोड़ मूल्य के एनडीपीएस के तहत पकड़े गए मादक पदार्थों को ठिकाने (Bilaspur police destroyed intoxicants) लगा दिया है. इस दौरान डीजीपी संजय कुंडू भी विशेष रूप से उपस्थित रहे. पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि मादक पदार्थों के 70 केस थे जो कि थानों में जमा थे. मादक पदार्थों को इनसिनेटर में ठिकाने लगाना पड़ता है इसके लिए एसीसी प्रबंधन की मदद ली गई. उन्होंने कहा कि इन मामलों में कोर्ट से इजाजत लेनी पड़ती है और उसके बाद यह सारे मादक पदार्थ नष्ट किए जाते हैं.
उन्होंने बताया कि 24 किलो चरस, 118 किलो चूरा पोस्त, स्मैक 60 ग्राम 60 मिलीग्राम, हेरोइन 10 ग्राम और 9360 टेबलेट थीं. उन्होंने बताया कि 2005 के बाद के मामले पेंडिंग पड़े थे. संजय कुंडू ने बताया कि (DGP Sanjay Kundu against drugs) वह खुद बिलासपुर इसलिए आए कि वह यह मैसेज देना चाहते थे कि मादक पदार्थों के मामले में पुलिस जीरो टॉलरेंस लागू कर रही है और इस मामले में किसी भी दोषी को बिल्कुल बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने बताया कि वह कुल्लू और मंडी में भी इस तरह ही मादक पदार्थों को नष्ट करने के लिए खुद जाएंगे.
वहीं, उन्होंने बताया कि आईटीएमएस कैमरे बिलासपुर जिले के बरमाना और नैना देवी में भी स्थापित किए जा रहे हैं. नैना देवी धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है, उन्होंने बताया कि नैना देवी के लिए 50 लाख रुपयों की स्वीकृति हो गई है और यह आईटीएमएस कैमरे वहां शीघ्र लगा दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि बिलासपुर में सदर थाना में नए भवन का निर्माण लगभग पूरा होने वाला है. जिस पर छह करोड़ रूपए व्यय हुए हैं. शीघ्र ही इसका लोकार्पण मुख्यमंत्री के द्वारा करवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसी तरह से घुमारवीं थाने का भी भवन निर्माण कार्य चल रहा है.
वहीं, पुलिस भर्ती के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने (Himachal Pradesh Police Recruitment) बताया कि 4 जिलों में यह प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है और आने वाले 2 महीनों के अंदर पूरे प्रदेश में प्रक्रिया पूरी करके जवानों को प्रशिक्षण के लिए विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों में भेज दिया जाएगा. उन्होंने बिलासपुर पुलिस की प्रशंसा करते हुए कहा कि बिलासपुर में बहुत बेहतर कार्य हो रहा है और पुलिस विभाग ने काफी अच्छा कार्य किया है.
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