बिलासपुरः जिला में शुक्रवार को पैराग्लाइडिंग विंटर सेशन-2019 शुरू होने जा रहा है. इसे लेकर पायलट अपने प्रशिक्षु के साथ बिलासपुर में पैराग्लाइडिंग करेंगे. जिसमें देश के 15 से 20 प्रशिक्षु पायलट भाग लेने जा रहे हैं. हवा में स्कीपिंग रोप की तरह पैराग्लाइडर को उड़ाने वाले भारत के एकमात्र पायलट टीजे ताकवे बिलासपुर पहुंच रहे हैं. वह प्रशिक्षु को पेरागलैडिंग के गुर भी सीखाएंगे.
इस बार खास बात यह रहेगी कि प्रशिक्षु पायलटों द्वारा गोविंदसागर झील में लैंडिंग की जाएगी. जिसमें स्विमिंग एक्सपर्ट भी मौके पर मौजूद रहेंगे. इसके लिए विभाग द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भी स्पेशल योजना बनाई गई है.
बिलासपुर के पायलट अतुल खजुरिया ने बताया कि 2019 सत्र का पहला एसआईवी कोर्स शुरू होने जा रहा है. उन्होंने बताया कि बिलासपुर की बन्दलाधर को पर्यटक विभाग की ओर से पैराग्लाइडिंग साइट का भी दर्जा मिल गया है. जिसके चलते यहां पर अब पेराग्लाइडिंग की प्रतियोगिताएं करवाई जा रही हैं.
पायलट अतुल खजुरिया ने बताया कि बिलासपुर पूरे भारत का एक मात्र ऐसा जिला है जहां पर जल, थल और वायु के खेल एक साथ खेले जा सकते हैं. वहीं, प्रदेश सरकार भी बिलासपुर जिला को पर्यटक की दृष्टि से विकसित करने की कार्ययोजनाएं बना रही है.
हिमाचल के पायलट भी रहेंगे मौजूद
इस कैम्प में बीड बिलिंग के पायलट भी मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे, जो प्रशिक्षुओं को पैराग्लाइडिंग की बारीकियां सिखाएंगे. इसके साथ ही अगर पैराग्लाइडिंग करते हुए कुछ आपातकाल घटना घट जाए तो उससे कैसे बचा जा सकता है, इसके बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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