बिलासपुर: जिला बिलासपुर कांग्रेस सेवादल के महासचिव (Bilaspur Congress Seva Dal general secretary ) संदीप सांख्यान ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 1 लाख 50 के करीब निवेशकों का पैसा आदर्श क्रेडिट सहकारी समिति हड़प चुकी है और निवेशकों को अपनी खून-पसीने की गाढ़ी कमाई चली गई है. प्रदेश सरकार को इन निवेशकों के बारे में सोचना चाहिए कि कैसे इस तरह को चिट-फंड समिति के कार्यलयों को खोलने के लिए अनुमति दी गई ताकि हिमाचल व जिला बिलासपुर के भोले भाले निवेशकों को चुना लगाया जा सके.
आदर्श क्रेडिट सहकारी समिति ने अकेले बिलासपुर जिले से 25 करोड़ की चपत लगाई है. यह समिति अपना बोरिया बिस्तर लपेट कर करीब 8 महीने पहले भाग चुकी है. ऐसे में निवेशकों में त्राहिमाम मची हुई है. पूरे देश में इस सहकारी समिति को 809 शाखाएं काम कर रही थीं, जिनमें 15000 के आसपास एजेंट एडवाइजर के रूप में काम कर रहे थे. इस सहकारी समिति की बैलेंस शीट 150 करोड़ की दर्शायी गई है.
अकेले बिलासपुर जिले में आदर्श क्रेडिट सहकारी समिति के (Adarsh Credit Society scam) 1100 के करीब एडवाइजर थे, जबकि पूरे देश में 21 लाख निवेशक हैं. इसके खातों में 9474 करोड़ की जमा पूंजी और 12433 करोड़ के लोन बंट चुके हैं. अब ऐसे में यह प्रश्न उठता है कि किस तरह से सरकार ने सारे नियम कानून को ताक पर रख कर इस सहकारी समिति को अपने कार्यलय में खोलने के आदेश दे दिए. उसके बाद भी प्रदेश में इतना बड़ा गड़बड़ झाला चलता रहा.
संदीप सांख्यान ने कहा कि सरकार ने लिक्वडेटर बिठाया है, लेकिन निवेशकों के पैसों का समाधान कोई नहीं हो पा रहा है. बिलासपुर जिले के कुछ लोगों का निवेश ही 30 लाख रुपये से ऊपर है और 2 लाख से 5 लाख रुपये वाले निवेशकों की संख्या भी सैकड़ों में जिला बिलासपुर में ही है. ऐसे में प्रदेश और केंद्र सरकार को इनके भारी निवेश को देखते हुए समाधान निकालना चाहिए.
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