नई दिल्ली: ताइवान की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन ने भारत में 1.54 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बनाई है, क्योंकि देश में स्थानीय मैन्युफैक्चररिंग दोगुना हो गया है. स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में फॉक्सकॉन ने कहा कि निवेश से ऑपरेशन संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी. हालांकि, कंपनी ने अधिक विवरण नहीं दिया है. फॉक्सकॉन एप्पल आईफोन का मुख्य असेंबलर है और दोनों कंपनियां चीन से दूर जाकर वैकल्पिक सप्लाई चेन बनाने की इच्छुक हैं.
इससे भारत में होगी नौकरियां पैदा
फॉक्सकॉन के पास पहले से ही तमिलनाडु में एक आईफोन फैक्ट्री है, जिसमें 40,000 लोग कार्यरत हैं और उन्होंने राज्य में एक नई इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट्स यूनिट में 1,600 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे 6,000 नौकरियां पैदा होंगी. कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि वह तेलंगाना में अपनी विनिर्माण सुविधा में अतिरिक्त 3,300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इससे राज्य में कंपनी का कुल निवेश 4,550 करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगा.
अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा?
सितंबर में, केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार देश में अपनी विनिर्माण क्षमता को दोगुना करने की ताइवानी इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज फॉक्सकॉन की महत्वाकांक्षी योजनाओं का समर्थन करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 73वें जन्मदिन के अवसर पर फॉक्सकॉन इंडिया के प्रतिनिधि वी ली के लिंक्डइन पोस्ट के जवाब में वैष्णव ने एक्स पर कहा, समर्थन और सुविधा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
उन्होंने कहा कि कंपनी अगले साल इस समय तक भारत में रोजगार, एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) और व्यापार का आकार दोगुना करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. फॉक्सकॉन के चेयरमैन यंग लियू ने हाल ही में ग्लोबल सेमीकंडक्टर कंपनियों के लिए आयोजित 'सेमीकॉनइंडिया 2023' कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था, जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने गांधीनगर में किया था. कार्यक्रम में बोलते हुए, फॉक्सकॉन के अध्यक्ष ने कहा, मैं भारत सरकार के दृढ़ संकल्प को महसूस कर सकता हूं. मैं इसे लेकर बहुत आशावादी हूं कि यह कहां जा रही है.