हमीरपुर: जिला मुख्यालय हमीरपुर में कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस दौरान ऑपरेशन विजय में अपने अदम्य साहस से दुश्मन को धूल चटाने वाले वीरों को नमन किया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में मौजूद लोगों को देश के गौरवमय इतिहास की रक्षा के लिए पूरी तरह से समर्पित रहने की प्रतिज्ञा दिलवाई.
उपायुक्त कार्यालय के वीडियो कॉन्फ्रेंस कक्ष में उपायुक्त हरिकेश मीणा ने कारगिल में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले हमीरपुर जिला के वीर जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित किए. इनमें हवलदार कश्मीर सिंह, हवलदार राजकुमार, सिपाही दिनेश कुमार, हवलदार स्वामीदास चंदेल, सिपाही राकेश कुमार, राइफल मैन प्रवीण कुमार, सिपाही सुनील कुमार व राइफल मैन दीपचंद ने कारगिल में अपना सर्वोच्च बलिदान देकर हमीरपुर की इस वीरभूमि के नाम को चरितार्थ किया था.
उपायुक्त ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शौर्य, साहस एवं त्याग की समृद्ध परंपरा रही है, जिस वजह से प्रदेश को वीरभूमि कहा जाता है. मई, 1999 से अगस्त, 1999 तक कारगिल में अघोषित युद्ध लड़ा गया और ऑपरेशन विजय में प्रदेश के 52 सैनिक शहीद हुए थे. इस ऑपरेशन के दौरान देश के जिन चार जवानों को परमवीर चक्र प्रदान किए गए हैं, उनमें से दो हिमाचल प्रदेश से संबंध रखते हैं. विभाग प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों अनुसार पूर्व व कार्यरत सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रहा है.
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