कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की पर्यटन नगरी मणिकर्ण में रविवार रात को हुए हुडदंग के मामले में पुलिस के हाथ अभी भी खाली है. हालांकि, पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा. रविवार रात हुए इस हुड़दंग का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस मामले के बाद पुलिस ने सोमवार को नाका भी लगाया था. इसके अलावा कुल्लू से विधायक और CPS सुंदर ठाकुर, DIG मधुसूदन शर्मा और अन्य प्रशासनिक अधिकारी आज पूरा दिन मौके पर मौजूद रहे. वहीं, CPS सुंदर ठाकुर ने स्थानीय लोगों और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ इस घटना को लेकर वार्ता भी की. उन्होंने लोगों से अपील की कि शांति बनाए रखें, जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा.
क्या है मामला: बताया जा रहा है कि बीती रात के समय मणिकर्ण के फागली उत्सव के दौरान स्थानीय युवकों और पंजाब के युवकों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई थी. लेकिन, बाद में बहसबाजी मारपीट में तब्दील हो गई. वहीं, इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहा. वायरल वीडियो में दिख रहा है कि कुछ युवक हाथ मे डंडे लेकर तोड़फोड़ और लोगों के साथ मारपीट कर रहे हैं. उत्पाती यहीं नहीं रुके उन्होंने रात को घरों में पत्थर भी फेंके और कई गाड़ियों के शीशे तोड़कर उन्हें नुकसान भी पहुंचाया.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग: स्थानीय लोगों के अनुसार कुछ युवकों ने देर रात मणिकर्ण में खूब हंगामा किया. इतना ही नहीं उनको रास्ते में जो भी मिला, उन्होंने उसकी पिटाई कर दी. हुड़दंगियों ने शोर मचाते हुए घर पर कांच की बोतलें और ईंट-पत्थर भी फेंके. जिससे कई मकानों के शीशे टूट गए और कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा. लोगों को कहना है कि एक ढाबे में भी जबरन घुसकर मारपीट की गई. एक स्थानीय दुकानदार ने बताया कि मारपीट करने वाले युवकों ने कई दुकानों में तोड़फोड़ की और पथराव भी किया. जिससे पूरी घाटी में दहशत का माहौल बना हुआ है. ऐसे में पुलिस को इन आरोपी युवकों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
स्थानीय नहीं थे हुड़दंगी: मुख्य संसदीय सचिव और कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि मणिकर्ण में बीती रात को हुई घटना निंदनीय है. इस घटना को कुछ शरारती तत्वों ने अंजाम दिया है, जिसकी जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि हुड़दंगी स्थानीय नहीं थे, वे बाहर से यहां आए थे. उन्होंने कहा कि रात को इस घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने तुरंत मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी थी. उन्होंने कहा कि आज स्थानीय लोगों, पंचायत प्रतिनिधियों और गुरुद्वारा साहिब के प्रतिनिधियों की एक संयुक्त बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी ने घटना की निंदा की.
आरोपियों की तलाश जारी: डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि इस मामले को लेकर स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों के साथ आज बैठक की गई. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने में जुट गया है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं. वहीं, डीआईजी मधुसूदन शर्मा ने कहा कि आरोपियों की तलाश की जा रही है और सड़क मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाला जा रहे हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, जल्द उन्हें पकड़ लिया जाएगा.
मामले को राजनीतिक और धार्मिक रंग देना उचित नहीं: वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मणिकर्ण में हुड़दंग मचाने वालों पर सख्त कारवाई की जाएगी. मामला मेरे संज्ञान में है. यह कोई राजनीतिक और धार्मिक मुद्दा नहीं है. कुछ युवक आपस में भिड़ गए थे और यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब और हिमाचल का आपस में भाईचारा है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि मणिकर्ण गुरुद्वारा को सुरक्षा दी गई है और जो लोग पंजाब से आए हैं, उनको सुरक्षा देना हमारा दायित्व भी बनता है. उन्होंने कहा कि मणिकर्ण गुरद्वारा के ग्रंथी से भी सरकार की बात हुई है. स्थानीय विधायक ने लोकल लोगों से बातचीत की है और सभी से शांति बनाए रखने की अपील की गई है. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस घटना को राजनीतिक और धार्मिक रंग देना उचित नहीं है. स्थिति नियंत्रण में है और हुडदंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस के आते ही चरमराई कानून व्यवस्था: मणिकर्ण में हुई इस घटना को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है और कार्रवाई की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंंने ट्वीट किया कि' मणिकर्ण में बीती रात हुई घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रदेश सरकार इस सारे प्रकरण की ठीक से जांच करे और हुड़दंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे'. भाजपा नेता नरोत्तम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के आते ही कानून व्यवस्था चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि पर्यटन सीजन हर साल आता है और सरकार को इसके लिए तैयारी करनी होती है. लेकिन यह सरकार तालाबंदी और भाजपा के कार्यों के उद्घाटन करने में व्यस्त है.
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प्रदेश सरकार इस सारे प्रकरण की ठीक से जाँच करे और हुड़दंग करने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही करें।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने मुख्य सचिव से मांगी रिपोर्ट: इस मामले को लेकर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की ओर से भी एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई थी. जिसके मुताबिक राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के संज्ञान में लाया गया है कि गुरुद्वारा मणिकर्ण साहिब जाने वाले सिखों पर स्थानीय लोगों द्वारा हमला किया गया था. अपराधियों ने कस्बे में सिखों के वाहनों और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया. आगे बताया गया है कि ऐसी घटनाएं हर साल होली के पास होती हैं. जब बड़ी संख्या में सिख मणिकर्ण साहिब आते हैं. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने मणिकर्ण साहिब में सिखों की व्यक्तिगत और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत जिला कलेक्टर, कुल्लू से बात की. हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव को भी इस मामले में रिपोर्ट देने को कहा गया है.
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