सहारनपुर : भीम आर्मी के संस्थापक एवं आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर बुधवार की शाम हमला हो गया था. जिला अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. गुरुवार की शाम स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद डाक्टरों ने उन्हें छुट्टी दे दी. पुलिस की कड़ी सुरक्षा में चंद्रशेखर आजाद को एंबुलेंस से घर ले जाया जाना था. इस बीच काफी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक पहुंच गए. उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर जबरन डिस्चार्ज करने का आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया. आईसीयू के बाहर धरने पर बैठ गए. वे राष्ट्रीय अध्यक्ष को जेड प्लस या वाई प्लस की सुरक्षा मुहैया कराने की मांग कर रहे थे. शाम को अफसरों से मिले आश्वासन के बाद उन्होंने धरना खत्म कर दिया. इसके बाद सुरक्षा के बीच एंबुलेंस राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर छुटमलपुर रवाना हो गई. इस दौरान काफी संख्या में समर्थक भी अपने-अपने वाहनों से साथ चलते रहे. वहीं दूसरी ओर चंद्रशेखर आजाद ने अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद मीडिया से भी बातचीत की.
अपराधियों को संरक्षण दे रहे सीएम : मीडिया से बातचीत में भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि ये आज का हमला नहीं है, वंचितों पर पहले से ही हमला होता चला आ रहा है. घटना में अब तक क्या कार्रवाई हुई, आप सब देख रहे हैं. अब तक आरोपी पकड़े नहीं गए, यह सरकार की बड़ी लापरवाही है. मामले में सीएम का न बोलना इस बात की गवाही है कि वह अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं.
तीन लोगों ने की फायरिंग : घटना का जिक्र करते हुए चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि वह दिल्ली से लौटे थे. देवबंद में उनके एक साथी की मां की मौत हो गई थी, वह उनके घर गए थे. वहां से लौटते समय सहारनपुर की तरफ से एक कार आती है, इसके बाद गोली चलने लगती है. पहले लगा कि पटाखा है, लेकिन जल्द ही इस बात का अहसास हो गया कि हम घिर गए हैं. तीन लोगों ने फायरिंग की.
कई सालों से आ रहे धमकी भरे कॉल : भीम आर्मी के संस्थापक ने कहा कि मैं संतों, बहनों की दुआओं के कारण सुरक्षित हूं. गुर्जर और दलित समाज की एकता कभी टूटने वाली नहीं है. तीन तारीख को संगठन ने महापंचायत बुलाई है. मुझे भी इसमें शामिल होना है. मुझे पहले भी धमके भरे कॉल आते रहे हैं. मैंने कई बार सुरक्षा की मांग भी की थी. पूर्व के डीएम का साफ कहना था कि सीएम नहीं चाहते कि आजाद को सुरक्षा दी जाए. सीएम मेरे मरने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उनके रास्ते से मैं हटने वाला नहीं.
मैं मरने के लिए तैयार : संस्थापक ने कहा कि मैं गोली और बंदूकों से नहीं डरता. हम संविधान के जरिए जवाब देना जानते हैं. मेरे मरने से हमारा आंदोलन आगे बढ़ता है तो मैं तैयार हूं. हर जिले से चंद्रशेखर पैदा हो जाएगा. बाबा साहेब अंबेडकर और कांशीराम के सपनों को पूरा किए बिना हम कहीं नहीं जाने वाले हैं. समर्थक भारतीय जनता पार्टी को सबक सिखाएंगे. मेरे मरने से किसे फायदा हो सकता है, पुलिस इसकी जांच कर रही है. मेरे लोग मेरे साथ हैं, यही बहुंत है, मैं इस लड़ाई को लड़ता रहूंगा, भविष्य में ऐसा न हो इसलिए कानून व्यवस्था मजूबत होनी चाहिए. पार्टी के सीनियर लीडर जो तय करेंगे उसी पर काम करेंगे. मेरी तबीयत ठीक है, पीठ की ड्रेसिंग जारी है, जलन है, सांस लेने में तकलीफ थी, बीपी डाउन हो रहा था, वह भी ठीक है.
बुधवार की शाम हुआ था हमला : सहारनपुर के थाना देवबंद इलाके में भीम आर्मी के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर बुधवार की शाम अज्ञात हमलावरों के ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. हमले में गोली का छर्रा लगने से चंद्रशेखर आजाद घायल हो गए थे. उनको जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था. गुरुवार की दोपहर बाद करीब 4 :30 बजे डॉक्टरों ने चंद्रशेखर आजाद की हालत में सुधार की बात कहते हुए छुट्टी दे दी. कड़ी सुरक्षा के बीच चंद्रशेखर आजाद को एबुलेंस से छुटमलपुर उनके घर छोड़ने की तैयारी भी कर ली गई थी. इसकी भनक भीम आर्मी एवं आजाद समाज पार्टी के नेताओं को लगी तो वे आईसीयू के बाहर धरने पर बैठ गए.
योगी सरकार पर लगाया आरोप : कार्यकर्ताओ ने योगी सरकार पर पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया. कहा कि हमलावर सीएम योगी के समाज से ताल्लुक रखते हैं. इसके कारण शासन-प्रशासन हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई से बच रहा है. हमलावर खुलेआम घूम रहे हैं. वे संस्थापक को घर लाते समय हमला कर सकते हैं. कार्यकर्ताओं ने एबुलेंस को वापस भेज दिया. वहीं पुलिस ने मामले में हमले के इस्तेमाल की गई हरियाणा नंबर की स्विफ्ट कार को बरामद कर ली है.
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