नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. इसी के मद्देनजर देश में तीन मई तक लॉकडाउन है. इसके बाद भी देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है. इस वायरस के प्रसार को देखते हुए केंद्र सरकार ने तीन मई के बाद यानी अगले हफ्ते के लिए जिलों को तीन जोन में बांटने का काम किया है. सरकार ने देश के सभी जिलों को रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन में बांटा है.
वहीं उत्तराखंड के देहरादून जिले को कोरोना संक्रमण के रेड जोन से बाहर कर दिया गया है. जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने इस बात की पुष्टि की है. वहीं, अबतक राजधानी में जो भी केस आए थे, वह कम्युनिटी स्प्रेड से नहीं थे. ऐसे में अब दून रेड जोन से हटकर ऑरेंज जोन में आ गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा केस की संख्या, डबलिंग रेट और टेस्टिंग के हिसाब से जिलों की नई सूची तैयार की गई है. देश में 130 जिलों को रेड जोन, 284 को आरेंज और 319 को ग्रीन जोन में रखा गया है.
इस सूची में दिल्ली के 11 जिलों को रेड जोन (हॉटस्पॉट्स) घोषित किया गया है. वहीं महाराष्ट्र के 14 जिले रेड जोन, 16 ऑरेंज जोन और छह ग्रीन जोन में शामिल हैं. गुजरात के नौ जिले रेड जोन, 19 ऑरेंज जोन और पांच ग्रीन जोन में हैं.
वहीं मध्य प्रदेश के नौ जिले रेड जोन, 19 ऑरेंज जोन और 24 ग्रीन जोन में हैं. राजस्थान के आठ रेड, 19 ऑरेंज और छह जिले ग्रीन जोन में हैं.
उत्तर प्रदेश के 19 जिले रेड जोन, 36 ऑरेंज जोन और 20 ग्रीन जोन में हैं, जबकि तमिलनाडु के 12 जिले रेड जोन, 24 ऑरेंज और एक ग्रीन जोन में हैं.
गोवा, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मणिपुर, नागालैंड और मिजोरम पूरी तरह ग्रीन जोन में है.
तेलंगाना के छह जिले रेड, 18 ऑरेंज और नौ ग्रीन जोन में हैं. आंध्र प्रदेश के पांच जिले रेड जोन, सात ऑरेंज जोन और एक ग्रीन जोन में है। पश्चिम बंगाल के 10 जिले रेड जोन, पांच ऑरेंज और आठ ग्रीन जोन में हैं.
असम, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मेघालय, पुडुचेरी और त्रिपुरा जैसे कुछ राज्यों में कोई भी रेड जोन नहीं है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश के जिन जिलों में कोरोना के मामले तेजी से आ रहे हैं. उसे रेड जोन में रखा गया है. वहीं जिन जिलों में पिछले 21 दिनों में कोई भी नया मरीज सामने नहीं आया है, उसे ग्रीन जोन में रखा गया है.
केंद्र सरकार ने रेड जोन से ग्रीन जोन में जिलों को रखने के मानकों में भी बदलाव किए हैं. अब 28 दिन की बजाय 21 दिन तक कोरोना का कोई मामला नहीं आने पर किसी जिले को रेड जोन से ग्रीन जोन में बदल दिया जाएगा. मौजूदा नियमों के तहत 14 दिनों तक नया केस नहीं आने पर रेड से आरेंज और फिर अगले 14 दिनों तक केस नहीं आने पर ग्रीन जोन जिलों में रखा जाता था, लेकिन अब यह अवधि 21 दिन कर दी गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर यह सूचित किया है. उन्होंने कहा कि डबलिंग अवधि बढ़ने और रिकवरी रेट बेहतर होने के चलते यह निर्णय लिया गया है. गुरुवार को कैबिनेट सचिव ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा की थी.
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स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मरीजों की संख्या 35,043 पर पहुंच गई है. वहीं देश में अब तक इस वायरस के चलते 1147 लोगों की मौत हो चुकी है.
जानें जिलेवार रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन की सूची